बिहार के लाखों युवाओं के लिए 28 जून 2025 का दिन ऐतिहासिक साबित होने जा रहा है। इस दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना के बापू सभागार में आयोजित एक भव्य समारोह में नव चयनित 21,391 सिपाहियों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। लंबे समय से चली आ रही इस बहाली प्रक्रिया का यह अंतिम चरण है, जिससे हजारों परिवारों के सपनों को नई उड़ान मिलेगी।
इस सिपाही बहाली प्रक्रिया की शुरुआत 2023 में हुई थी, जब राज्य सरकार ने पुलिस बल को मजबूत करने के लिए बड़ी संख्या में नियुक्तियों की घोषणा की थी। इसमें कुल 17.87 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जो बिहार में रोजगार को लेकर युवाओं के उत्साह और उम्मीद को दर्शाता है। इनमें से करीब 11.95 लाख उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे, जिसे अगस्त 2024 में छह चरणों में आयोजित किया गया था। लिखित परीक्षा के बाद मेडिकल और दस्तावेज सत्यापन जैसे तमाम प्रक्रियाओं को पार करते हुए अब अंतिम रूप से 21,391 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जिन्हें राज्य पुलिस बल में शामिल किया जाएगा।
28 जून को आयोजित होने वाले इस विशाल कार्यक्रम को लेकर गृह विभाग और बिहार पुलिस मुख्यालय ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। बापू सभागार को भव्य रूप से सजाया जा रहा है, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चयनित अभ्यर्थियों को स्वयं नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। इस मौके पर बिहार सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री, पुलिस महानिदेशक, गृह सचिव और अन्य उच्च अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
राज्य सरकार का दावा है कि यह बहाली न केवल पुलिस बल की संख्या बढ़ाएगी, बल्कि कानून व्यवस्था को मजबूत करने में भी बड़ी भूमिका निभाएगी। मुख्यमंत्री के अनुसार, “बिहार में रोजगार सृजन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और पुलिस बल को सक्षम और सुदृढ़ बनाना हमारी जिम्मेदारी।”
नियुक्ति पत्र पाने वाले अभ्यर्थियों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। कई उम्मीदवारों ने इसे अपने जीवन का सबसे गौरवपूर्ण क्षण बताया है। बक्सर की चयनित अभ्यर्थी प्रियंका कुमारी कहती हैं, “मेरे माता-पिता ने दिन-रात मेहनत करके मुझे पढ़ाया। अब जब मुझे सिपाही की नौकरी मिली है, तो मैं उनके सपनों को सच कर सकी।”
28 जून का यह दिन न केवल 21,391 युवाओं के जीवन में एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है, बल्कि यह बिहार में पारदर्शी और योग्यता-आधारित नियुक्ति प्रणाली का भी प्रमाण बनेगा।
