बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ ने शहर को हिला कर रख दिया। इस हादसे में 11 लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए। घटना का मुख्य कारण प्रशासनिक लापरवाही, पुलिस और आयोजकों के बीच समन्वय की कमी, और मुफ्त टिकटों की अफवाह बताई जा रही है।
क्या हुआ था?
RCB की जीत के बाद, स्टेडियम के गेट नंबर 7 पर भारी भीड़ जमा हो गई। अफवाह थी कि वहां मुफ्त टिकट मिलेंगे। इस अफवाह के चलते हजारों लोग वहां पहुंच गए, जिससे भगदड़ मच गई। स्थिति और बिगड़ गई जब बारिश शुरू हो गई और पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया।
प्रशासनिक चूक
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, इस कार्यक्रम के लिए कोई स्पष्ट प्रवेश योजना नहीं बनाई गई थी। पुलिस और आयोजकों के बीच समन्वय की कमी थी, और इतनी बड़ी भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि एक एम्बुलेंस में 40 घायल लोग थे, और पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने में संघर्ष कर रही थी।
हाईकोर्ट की प्रतिक्रिया
कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सरकार और RCB के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। अदालत ने सरकार की लापरवाही पर तीखी टिप्पणियां कीं और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही RCB पर भी सख्त कदम उठाने की बात कही गई है।
यह घटना दर्शाती है कि बड़े सार्वजनिक आयोजनों के लिए विस्तृत और प्रभावी योजना तथा उच्च स्तरीय समन्वय आवश्यक है। सरकार और आयोजकों को चाहिए कि वे भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए बेहतर तैयारी करें, ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं से बचा जा सके।