मिस्र का वाइट डेजर्ट (White Desert) वह स्थान है, जहां रेत नहीं, बल्कि सफेद चाक जैसी चट्टानों की दुनिया बसती है एक ऐसी रहस्यमयी धरती, जिसे देखकर यकीन करना मुश्किल हो जाता है कि यह कोई प्राकृतिक संरचना है, न कि किसी कल्पनाशील कलाकार की मूर्ति गैलरी।
मिस्र के पश्चिमी रेगिस्तान में स्थित वाइट डेजर्ट नेशनल पार्क को स्थानीय भाषा में “सहारा एल बेयदा” कहा जाता है। इसे वर्ष 2002 में आधिकारिक रूप से संरक्षित राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। यह पार्क कसर अल फराफ्रा क्षेत्र में स्थित है और इसका एक हिस्सा प्रसिद्ध फराफ्रा ओएसिस को भी समेटे हुए है। करीब 120 वर्ग मील में फैला इस चमत्कारिक भू-भाग की सबसे अनूठी विशेषता हैं इसकी सफेद चट्टानें। यह चट्टान असल में चाक (chalk) और लाइमस्टोन से बनी हैं, जिन्हें हजारों वर्षों की तेज हवाओं और रेत के तूफानों ने घिस-घिस कर अजीबोगरीब आकृतियाँ दे दी हैं।
यहां की चट्टानें इतनी विचित्र और अनूठी हैं कि कोई उन्हें मशरूम जैसा कहता है, तो कोई उन्हें उल्लू, चिकन, ऊँट या यहां तक कि इंसानी चेहरों जैसी आकृतियों में देखता है। सूरज की रोशनी में चमकती इन सफेद चट्टानों पर जब चंद्रमा की रोशनी पड़ती है, तो पूरी धरती चांदी की चादर से ढकी प्रतीत होता है। वास्तव में, वाइट डेजर्ट एक प्राकृतिक मूर्तिकला संग्रहालय जैसा है, जहां न कोई कलाकार है, न कोई हथौड़ा या छेनी बस प्रकृति की मौन कला है और समय का धीमा, लेकिन अद्भुत जादू।
आज वाइट डेजर्ट मिस्र के प्रमुख पर्यटक स्थलों में गिना जाता है। यहाँ कैम्पिंग, स्टार गेजिंग, और सैंड सफारी जैसी गतिविधियाँ बेहद लोकप्रिय हैं। यहां रात बिताना किसी स्वप्नलोक में समय बिताने जैसा अनुभव होता है, जहां आकाश तारे बिछा देता है और धरती सफेद चादर ओढ़ लेती है।
