ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने इज़राइल के साथ युद्धविराम के बाद अपना पहला सार्वजनिक बयान जारी करते हुए अमेरिका को साफ़ चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह कतर में अमेरिकी एयर बेस पर मिसाइल हमला करके “अमेरिका के मुँह पर एक थप्पड़” मारा गया, और अगर भविष्य में अमेरिका किसी भी रूप में हमला करता है तो ईरान कड़े जवाब देने से नहीं झिझकेगा ।
86 वर्षीय खामेनेई ने अमेरिकी हमलों—जो इरानी न्यूक्लियर साइट्स पर बंकर-बस्टर बमों से किए गए—को महत्वहीन बताया और कहा कि अमेरिकी दावों के विपरीत, उनका परमाणु कार्यक्रम अभी भी बरकरार है। उन्होंने कहा कि ट्रम्प प्रशासन ने प्रभाव को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया । उन्होंने यह भी दोहराया कि ईरान कभी भी अमेरिका के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेगा ।
खामेनेई ने इज़राइल और अमेरिका दोनों को हराने वाली जंग में iran को विजयी बताया और कहा कि “इस्लामी रिपब्लिक ने जीत हासिल की”। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि दुबारा हमला होता है तो ईरान फिर से अगले हमले की क्षमता रखता है ।
इन सबके बीच, ईरानी संसद ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के साथ सहयोग को रोकने वाला प्रस्ताव अनुमोदित किया है, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि अब इरान अपनी परमाणु गतिविधियों की निगरानी को नियंत्रित करना चाहेगा ।
