पुरी, ओडिशा में 27 जून 2025 को आयोजित भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा में इस बार भारी भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गई। रथ यात्रा के दौरान भगवान बलभद्र का रथ एक मोड़ पर फंस गया जिससे बड़ी संख्या में श्रद्धालु एक ही स्थान पर जमा हो गए। रथ के फंसने और रास्ता अवरुद्ध होने की वजह से भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ जैसे हालात बन गए। इसमें लगभग 600 श्रद्धालु घायल हो गए, जिन्हें तुरंत स्थानीय अस्पतालों और पुरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
घटनास्थल पर मौजूद प्रशासन और पुलिस बल को स्थिति को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। बताया जा रहा है कि श्रद्धालुओं की भीड़ अनुमत क्षेत्र से बाहर निकल गई थी और कई लोग रथ के बेहद करीब पहुंच गए थे, जिससे आगे बढ़ने में दिक्कत हुई। गर्मी और उमस की वजह से कई लोग बेहोश भी हो गए। पुलिस और राहत दल ने घायलों को स्ट्रेचर और एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया। मौके पर मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों ने हालात की निगरानी की और तुरंत राहत कार्य शुरू कराया।
पुरी की रथ यात्रा सदियों पुरानी परंपरा है, जिसमें भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को भव्य रथों में गुंडिचा मंदिर तक ले जाया जाता है। इस यात्रा में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। इस बार प्रशासन ने भारी सुरक्षा व्यवस्था के तहत करीब 10,000 जवानों को तैनात किया था और निगरानी के लिए 275 से अधिक AI कैमरे लगाए गए थे। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने कई प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और पानी-ग्लूकोज वितरण केंद्र भी बनाए थे।
राज्य सरकार के मंत्री मुकेश महालिंग ने घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायज़ा लिया और घायलों को हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया। फिलहाल रथ यात्रा को रोक दिया गया है और इसे अगले दिन फिर से शुरू करने की घोषणा की गई है। प्रशासन ने अपील की है कि श्रद्धालु संयम और अनुशासन बनाए रखें ताकि आगे कोई अप्रिय घटना न हो।