बिहार की राजनीति में इन दिनों यादव परिवार के भीतर का विवाद सुर्खियों में है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने बड़े भाई तेज प्रताप यादव के हालिया विवादास्पद बयानों पर प्रतिक्रिया दी है। तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में खुद को 'जयचंद' कहे जाने का जिक्र किया था, जिससे पार्टी में आंतरिक कलह और बढ़ गई।
तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर कहा, "राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का निर्णय ही सर्वोपरि है। यह फैसला पार्टी और बिहार की भलाई को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। मैं किसी की निजी जिंदगी पर टिप्पणी नहीं करूंगा।"
तेज प्रताप यादव ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में दावा किया था कि उनका अनुष्का यादव के साथ 12 वर्षों से संबंध है। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि उनका अकाउंट हैक हो गया था और यह पोस्ट किसी साजिश का हिस्सा थी। इस विवाद के बाद, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया।
तेजस्वी यादव ने बिहार की मौजूदा एनडीए सरकार पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि "बिहार में डबल इंजन सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है। स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, शिक्षा और रोजगार की दुर्दशा को लेकर मुख्यमंत्री पर तीखे सवाल उठाए।"
यह विवाद न केवल यादव परिवार के भीतर के तनाव को उजागर करता है, बल्कि राजद की आंतरिक राजनीति और बिहार की राजनीतिक स्थिति पर भी प्रभाव डाल सकता है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी इस संकट से कैसे उबरती है और बिहार की राजनीति में इसका क्या असर पड़ता है।
