राजधानी पटना में अब यातायात नियमों की अनदेखी करना या चोरी की गाड़ी लेकर भागना आसान नहीं होगा। शहर की सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन को और सशक्त बनाने के उद्देश्य से 50 प्रमुख स्थानों पर स्वचालित नंबर प्लेट पहचान (ANPR) वाले कैमरे लगाए जाएंगे। यह पहल पटना स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत किया जा रहा है।
इस योजना का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने हाल ही में पटना स्मार्ट सिटी बिल्डिंग स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने डीएम को ICCC में संचालित अत्याधुनिक प्रणालियों की जानकारी दी।
कमांड सेंटर में शहरभर के सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग, आपातकालीन सेवाओं का समन्वय, ट्रैफिक कंट्रोल और नागरिक सुविधाओं पर सतत निगरानी की जाती है। इसमें ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रेकग्निशन सिस्टम (ANPR) एक क्रांतिकारी तकनीक है, जो सड़क पर गुजरने वाले हर वाहन की नंबर प्लेट को स्कैन करता है और उसे डेटाबेस से मिलान करता है।
इस तकनीक के जरिए चोरी की गाड़ियों, ट्रैफिक नियम उल्लंघन करने वालों और फरार आरोपियों को आसानी से ट्रेस किया जा सकता है। इसके अलावा रेड लाइट जंपिंग, नो-पार्किंग जोन में पार्किंग, स्पीड लिमिट क्रॉस करने जैसे मामलों में भी यह कैमरे तत्काल अलर्ट भेजेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि इन कैमरों से न सिर्फ कानून व्यवस्था को मजबूती मिलेगी बल्कि पटना की ट्रैफिक व्यवस्था भी पहले से कहीं अधिक व्यवस्थित होगी। नियमों का पालन कराने में ट्रैफिक पुलिस को काफी मदद मिलेगी। साथ ही यातायात नियमों को तोड़ने वालों को ई-चालान के माध्यम से जुर्माना भेजा जाएगा।
पटना स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने बताया कि इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से नगर निगम, पुलिस, अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य सेवाएं और जलापूर्ति जैसी सेवाएं आपस में समन्वय स्थापित कर रही हैं। यह शहरी प्रबंधन को त्वरित और प्रभावी बना रहा है।
50 स्थानों पर लगने वाले ANPR कैमरे पटना को तकनीकी रूप से अधिक सक्षम और सुरक्षित बनायेगा। यह पहल न सिर्फ अपराध नियंत्रण में सहायक होगा, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी सुरक्षित और सुव्यवस्थित यातायात सुनिश्चित करेगा। डिजिटल पटना की यह दिशा अब स्पष्ट होता दिख रहा है।
