जब भी दुनिया के सबसे बुद्धिमान पक्षियों की बात होती है, तो “अफ्रीकी ग्रे तोता” का नाम सबसे ऊपर आता है। इसे ‘कांगो ग्रे तोता’ भी कहा जाता है और यह पक्षी केवल अपनी सुंदरता के लिए नहीं, बल्कि अपनी अविश्वसनीय समझदारी और बोलने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध है।
“अफ्रीकी ग्रे तोता” का मूल निवास मध्य और पश्चिमी अफ्रीका के घने वर्षावनों में है। यह विशेष रूप से कांगो, घाना और कैमरून जैसे देशों में पाया जाता है। इन क्षेत्रों के वन्य वातावरण ने इस प्रजाति को प्राकृतिक रूप से विकसित होने का अवसर दिया है, जिससे इसकी समझदारी और सामाजिक व्यवहार अत्यंत परिष्कृत हो गया है।
“अफ्रीकी ग्रे तोता” का शरीर मध्यम आकार का होता है। इसकी लंबाई लगभग 33 सेंटीमीटर और वजन 400 से 600 ग्राम के बीच होता है। इसका रंग हल्का धूसर (ग्रे) होता है, जो इसकी पहचान है। इसके अलावा इसकी चमकीली लाल पूंछ और काली चोंच इसे अन्य पक्षियों से अलग करती है। इसकी एक उप-प्रजाति टिमनेह ग्रे तोता है, जो आकार में थोड़ा छोटा होता है और उसकी पूंछ गहरे भूरे रंग की होती है।
इस तोता की सबसे बड़ी विशेषता इसकी असाधारण बुद्धिमत्ता है। यह न केवल मानव भाषा की नकल कर सकता है, बल्कि कई बार संदर्भ के अनुसार शब्दों का प्रयोग भी करता है। “अफ्रीकी ग्रे तोता”की यह खासियत वैज्ञानिकों के लिए शोध का विषय रहा है।
“अफ्रीकी ग्रे तोता” 'एलेक्स' की कहानी इस पक्षी की बौद्धिक क्षमता को उजागर करती है। एलेक्स शब्दों के अर्थ, रंगों की पहचान, आकार और गिनती को समझ सकता था। वैज्ञानिकों ने पाया कि वह केवल शब्दों को दोहराता नहीं था, बल्कि उनके अर्थों को समझता भी था।
पालतू पक्षी प्रेमियों के बीच इसकी बोलने की क्षमता सबसे बड़ी वजह है जो इसे लोकप्रिय बनाता है। यह तोता इंसानी आवाज़ की हूबहू नकल कर सकता है और अक्सर घरेलू आवाजों जैसे फोन की घंटी, माइक्रोवेव की बीप और दरवाजे की घंटी की भी नकल कर लेता है। कई मामलों में, यह तोता संवाद की तरह बातचीत भी करता है।
“अफ्रीकी ग्रे तोता” का जीवनकाल 40 से 60 वर्षों तक होता है। इसलिए यह एक दीर्घकालिक साथी बन सकता है। इसका मतलब है कि एक बार अगर यह किसी परिवार का हिस्सा बन जाए, तो पीढ़ियों तक उसके साथ भावनात्मक रिश्ता बना रहता है।
इसकी देखभाल आसान नहीं होती है, लेकिन यदि उचित ध्यान, मानसिक व्यायाम और संवाद मिले तो यह तोता अत्यंत वफादार, सामाजिक और मनोरंजक पालतू बन सकता है। यह भावनात्मक रूप से बहुत संवेदनशील होता हैं और अकेलेपन या उपेक्षा से उदास भी हो सकता है।
“अफ्रीकी ग्रे तोता” केवल एक सुंदर पक्षी नहीं है, बल्कि एक ऐसा प्राणी है जो मानव की तरह सोचने, समझने और बोलने की क्षमता रखता है। यह धूसर पंखों वाला चमत्कार प्रकृति की अद्वितीय देन है, जो न केवल विज्ञान को आश्चर्यचकित करता है बल्कि दिलों को भी छू जाता है।
