बिहार की चिकित्सा व्यवस्था में एक ऐतिहासिक बदलाव आया है। अब ऑपरेशन थिएटर में केवल डॉक्टरों का ही हाथ नहीं रहेगा, बल्कि अत्याधुनिक रोबोटिक तकनीक भी साथ रहेगा। जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ने बिहार की पहली एडवांस्ड सर्जिकल रोबोट मशीन की शुरुआत कर दिया है, इस प्रकार इलाज के एक नए युग की नींव रख दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस रोबोट का उद्घाटन फीता काटकर किया। उन्होंने कहा कि “यह सिर्फ एक मशीन का उद्घाटन नहीं है, बल्कि बिहार के हेल्थ सिस्टम में टेक्नोलॉजी की क्रांतिकारी एंट्री है। अब राज्य के मरीजों को जटिल सर्जरी के लिए दिल्ली या मुंबई जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।”
इस तकनीक की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसकी मिलिमीटर तक की सटीकता, जिससे न केवल सर्जरी कम चीरे में हो जाती है, बल्कि मरीज की रिकवरी भी तेज़ होती है। इस एडवांस रोबोट का पहला सफल उपयोग ऑन्कोलॉजी सर्जरी में किया गया, जहां डॉ संदीप कुमार की टीम ने एक महिला मरीज के गर्भाशय से कैंसर ट्यूमर को बेहद सटीकता से हटा दिया, वह भी बिना बड़ा चीरा लगाए।
डॉ संदीप ने बताया है कि, “रोबोटिक तकनीक से सर्जरी करते समय आसपास के स्वस्थ ऊतकों को नुकसान पहुंचाए बिना सिर्फ प्रभावित हिस्से पर सटीकता से काम कर पाते हैं। इसका परिणाम है कि कम दर्द, कम खून बहाव और मरीज की जल्दी घर वापसी।”
वर्तमान में इस मशीन का उपयोग ऑन्कोलॉजी, यूरोलॉजी, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी और गायनेक सर्जरी जैसे क्षेत्रों में हो रहा है। जल्द ही इसे कार्डियक और ब्रैस्ट सर्जरी में भी लागू किया जाएगा। इसका मतलब है कि मेदांता अस्पताल की यह पहल सिर्फ एक सुविधा नहीं है, बल्कि एक संपूर्ण हेल्थकेयर रेवोल्यूशन है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने उद्घाटन के दौरान कहा कि “पटना को अब देश के चुनिंदा मेडिकल हब्स में गिनने की दिशा में बड़ा कदम मिला है। यह पहल दर्शाता है कि अब बिहार तकनीक के पंख लगाकर स्वास्थ्य सेवाओं में उड़ान भर रहा है।”
इस पहल से झारखंड और पूर्वी भारत के मरीजों को भी फायदा मिलेगा, जो अब विश्वस्तरीय सर्जरी सुविधा अपने ही राज्य में प्राप्त कर सकेंगे।
जयप्रभा मेदांता अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी की यह शुरुआत बिहार की चिकित्सा व्यवस्था में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ती है। जहां इंसानी संवेदनाएं और मशीनों की सटीकता मिलकर मरीजों को राहत और नया जीवन दे रही हैं।
