फुलवारीशरीफ से एक बड़ी खबर आई है, जो देशभर के नौकरीपेशा बाले कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए उम्मीद की किरण बनकर उभरी है। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) और पटना स्थित महावीर कैंसर संस्थान के बीच एक ऐतिहासिक अनुबंध हुआ है, जिसके तहत कैंसर पीड़ित कर्मचारियों को अब निःशुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी।
इस अनुबंध पर हस्ताक्षर महावीर कैंसर संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एल.बी. सिंह और ESIC के क्षेत्रीय निदेशक सीए निरंजन कुमार के बीच किया गया है। यह अनुबंध दो वर्षों के लिए प्रभावी रहेगा और इसके अंतर्गत ESIC के तहत पंजीकृत कर्मचारी एवं उनके आश्रित परिजनों को महावीर कैंसर संस्थान में मुफ्त कैंसर उपचार की सुविधा मिलेगी।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एलबी सिंह ने बताया है कि देशभर में बड़ी संख्या में निजी कंपनियों और उद्योगों में कार्यरत कर्मचारी ESIC के तहत पंजीकृत हैं। ये लोग अपने परिवारों के इलाज के लिए अलग-अलग शहरों में परेशान होते हैं। लेकिन अब उन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए कहीं और भटकने की जरूरत नहीं होगी।
पटना स्थित महावीर कैंसर संस्थान पूर्वी भारत के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित कैंसर इलाज केंद्रों में से एक है। यहां आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी और टारगेटेड थेरेपी। साथ ही, यहां के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम राष्ट्रीय स्तर की पहचान रखता है।
इस संस्थान में सालाना हजारों कैंसर मरीज इलाज के लिए आते हैं, जिनमें से एक बड़ा हिस्सा समाज के मध्यमवर्गीय और गरीब तबके से होता है। अब ESIC से जुड़े परिवारों को भी बिना किसी आर्थिक चिंता के यहां समुचित इलाज मिल सकेगा।
ESIC का उद्देश्य है कर्मचारियों और उनके परिजनों को स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों में सुरक्षा प्रदान करना। इस अनुबंध से यह संदेश भी जाता है कि सरकार और संस्थान मिलकर समाज के मेहनतकश वर्ग के लिए ठोस कदम उठा रहा है।
सीए निरंजन कुमार ने कहा है कि “यह सहयोग कैंसर जैसी जटिल और खर्चीली बीमारी के इलाज को सभी ESIC लाभार्थियों के लिए सुलभ बना देगा। हमारा उद्देश्य है कि कोई भी मरीज सिर्फ पैसे के अभाव में इलाज से वंचित न रहे।”
महावीर कैंसर संस्थान और ESIC के बीच यह करार निश्चित ही एक बड़ी राहत की खबर है। यह न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे देश में ESIC लाभार्थियों के लिए एक वरदान साबित होगा। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का इलाज अब महंगा नहीं बल्कि सुलभ और निःशुल्क होगा, यह बदलाव समाज में सकारात्मक ऊर्जा और भरोसा लाने वाला है।
