अमरनाथ यात्रा 2025 का शुभारंभ हो चुका है और पहला जत्था भारी उत्साह के साथ जम्मू से रवाना हो गया है। हर साल की तरह इस बार भी हजारों श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जुटे हैं। यात्रा का पहला जत्था जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना हुआ। इस बार यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर लगभग 38 दिनों तक चलेगी। प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास तैयारियाँ की गई हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और अन्य बलों की भारी तैनाती की गई है। जगह-जगह नाके, सीसीटीवी कैमरे और K-9 डॉग स्क्वॉड की मदद से पूरे रूट पर निगरानी रखी जा रही है।
यात्रियों के लिए टोकन वितरण शुरू हो गया है। ऑन-द-स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध है और प्रतिदिन के लिए 2,000 श्रद्धालुओं को अनुमति दी जा रही है। इससे यात्रियों में उत्साह का माहौल है और भगवती नगर शिविर में भारी भीड़ देखी जा रही है। हालांकि इस बार हेलिकॉप्टर सेवा उपलब्ध नहीं है, जिसके चलते सभी यात्रियों को या तो पैदल, टट्टू या पालकी से ही यात्रा करनी होगी। यह बुजुर्ग या अस्वस्थ श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है।
यात्रा दो प्रमुख मार्गों से होती है—पहलगाम और बालटाल। पहलगाम का मार्ग लंबा (करीब 48 किमी) और अपेक्षाकृत सुविधाजनक माना जाता है, जबकि बालटाल का मार्ग छोटा (करीब 14 किमी) लेकिन अधिक ढलान वाला और कठिन होता है। श्रद्धालु अपनी सुविधा और शारीरिक स्थिति के अनुसार इनमें से किसी एक मार्ग का चुनाव करते हैं।
हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले की घटनाओं के बावजूद, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि अमरनाथ यात्रा पूरी तरह सुरक्षित है और किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए सभी तैयारियाँ की जा चुकी हैं। उप मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों ने यात्रियों से संयम और सहयोग बनाए रखने की अपील की है।
श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सा सुविधा, लंगर व्यवस्था, मोबाइल टॉयलेट और विश्राम स्थलों की भी व्यवस्था की गई है। सभी यात्रियों को यात्रा शुरू करने से पहले मेडिकल जांच करानी अनिवार्य है और बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के किसी को यात्रा की अनुमति नहीं दी जा रही।
कुल मिलाकर, अमरनाथ यात्रा 2025 एक बार फिर आस्था, सुरक्षा और अनुशासन का संगम बनकर सामने आई है। भक्तों के चेहरों पर विश्वास और श्रद्धा की झलक साफ दिखाई दे रही है। प्रशासन की सतर्कता और श्रद्धालुओं का उत्साह इस यात्रा को एक बार फिर सफल और यादगार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जय बाबा बर्फानी!
