लोकसभा में सोमवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान जबरदस्त राजनीतिक गर्मी देखने को मिली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम पर तीखा हमला बोला। उन्होंने विपक्ष पर पाकिस्तान का बचाव करने का आरोप लगाया और पूछा, “कांग्रेस और चिदंबरम पाकिस्तान को क्यों बचा रहे हैं?”
गृह मंत्री ने विपक्ष की मानसिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि “यह वही सोच है जिसने आपको 20 साल विपक्ष में रखा। विदेशियों पर भरोसा और अपने देश के मंत्रियों पर शक करना इस सोच का परिचायक है।”
शाह का यह बयान तब आया जब कांग्रेस ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सरकार से सवाल पूछे और पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने इस सैन्य अभियान पर कुछ टिप्पणियां कीं। इसके जवाब में शाह ने चिदंबरम को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय है, और ऐसे संवेदनशील मामलों में बयान देने से पहले जिम्मेदारी का परिचय देना चाहिए।
उन्होंने कांग्रेस नेताओं को नसीहत दी कि “आप हमेशा से ऐसे समय पर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की कोशिश करते हैं जब देश को एकजुट होकर जवाब देने की जरूरत होती है। क्या आपको भारतीय सेना पर भरोसा नहीं है?”
शाह ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की है, और 'ऑपरेशन सिंदूर' इसका ताजा उदाहरण है। उन्होंने बताया कि भारत अब कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर पाकिस्तान को करारा जवाब देने में सक्षम है।
गृह मंत्री के इस बयान के बाद सदन में काफी देर तक शोरगुल हुआ और सत्ता पक्ष तथा विपक्ष के बीच तीखी बहस चली। हालांकि, शाह अपने बयान पर डटे रहे और उन्होंने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा, चाहे इसके लिए किसी भी स्तर पर सख्ती क्यों न अपनानी पड़े।
इस पूरे घटनाक्रम ने लोकसभा की कार्यवाही को काफी देर तक प्रभावित किया और यह साफ संकेत दिया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सियासत अभी और तेज होने वाली है।
