पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन ने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है और उन पर सवाल खड़े किए हैं कि वे अपने पिता लालू यादव के कार्यकाल में दी गई सरकारी नौकरियों का आंकड़ा क्यों नहीं बताते। मोतिहारी में मीडिया से बातचीत के दौरान आनंद मोहन ने कहा कि तेजस्वी ‘मैनेजर’ थे, लेकिन नौकरियां उनके पिता की योजनाओं पर निर्भर थीं—“मालिक नीतीश कुमार थे”।
आनंद मोहन ने तेजस्वी पर यह भी आरोप लगाया कि जब वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री थे, तब नौकरियां देने का श्रेय तेजस्वी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी कुमार की छवि को लेकर दोहरी राजनीति कर रहे हैं — कभी चाणक्य बता रहे हैं, कभी थके-पुराने व्यक्ति ठहरा रहे हैं।
इसके अलावा आनंद मोहन ने बिहार में हाल ही में बढ़े अपराध और हत्याकांडों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि चुनाव नजदीक हैं, इसलिए आपराधिक घटनाओं में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले 11 दिनों में कम से कम 31 हत्याएं हुई हैं, जिसने प्रशासन के लिए चुनौती खड़ी कर दी है।
इस बयान के साथ ही बिहार सियासत में नौकरी, अपराध और सत्ता के आकार के मुद्दे गर्म हो गए हैं। आनंद मोहन का यह हमला तेजस्वी और राजद के लिए चुनौती बनकर सामने आया है, जिसे आगे विधानसभा चुनाव की तैयारियों में अहम मोड़ माना जा सकता है।
