जहां हर गली में मिलता है एक नया स्वाद — बेंगलुरु का बीयर संसार

Jitendra Kumar Sinha
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भारत में जब भी बीयर की बात होती है, तो लोगों के ज़हन में सबसे पहले गोवा या मुंबई का नाम आता है। लेकिन सच्चाई यह है कि बेंगलुरु (बंगलौर) अब "भारत की बीयर कैपिटल" के नाम से जाना जाता है — और यह कोई महज उपमा नहीं, बल्कि ठोस आँकड़ों और सुदृढ़ बीयर संस्कृति पर आधारित एक सच्चाई है।


क्यों बेंगलुरु है बीयर की राजधानी?


भारत में सबसे ज़्यादा माइक्रोब्रुअरीज़ (Microbreweries): बेंगलुरु में 60 से ज़्यादा माइक्रोब्रुअरीज़ (छोटी बीयर फैक्ट्रियां) हैं, जो किसी भी भारतीय शहर से कहीं अधिक हैं। दिल्ली, मुंबई और पुणे भी इस दौड़ में हैं, लेकिन बेंगलुरु लगातार नंबर 1 बना हुआ है। कुछ लोकप्रिय माइक्रोब्रुअरीज़ में Arbor Brewing Company, Toit, Byg Brewski, The Bier Library, और Windmills शामिल हैं।


कर्नाटक की शराब नीति: कर्नाटक सरकार ने 2010 के बाद माइक्रोब्रुअरीज़ को प्रमोट करने के लिए लाइसेंस प्रक्रिया को सरल बनाया। जहां महाराष्ट्र और दिल्ली में लाइसेंस की लागत लाखों में है, वहीं कर्नाटक में यह प्रक्रिया सस्ती और कम जटिल है। इससे बेंगलुरु में बीयर स्टार्टअप्स और क्राफ्ट ब्रूइंग इंडस्ट्री को पंख लगे।


बीयर खपत में बेंगलुरु का दबदबा: एक रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में हर साल 1.2 करोड़ से ज्यादा लीटर बीयर की खपत होती है। कर्नाटक राज्य भारत में बीयर की सबसे ज़्यादा खपत करने वाले राज्यों में शीर्ष पर है। अकेले बेंगलुरु का योगदान कर्नाटक की कुल बीयर खपत का 60% से भी अधिक है।


क्राफ्ट बीयर संस्कृति का केंद्र: बेंगलुरु सिर्फ बीयर पीने वाला शहर नहीं है, यह बीयर बनाने की कला को जीने वाला शहर है। यहां हर माइक्रोब्रुअरी अपनी अनोखी फ्लेवर प्रोफाइल्स बनाती है — जैसे हनी एल्स, स्टाउट्स, वीट बीयर, और IPA (India Pale Ale)। कई ब्रुअरीज़ अपने कस्टम फॉर्मूले का पेटेंट भी करा चुकी हैं।


यूथ और IT वर्क कल्चर: बेंगलुरु की युवा आबादी, खासकर आईटी सेक्टर के लोग, वीकेंड पर बीयर कल्चर को बखूबी अपनाते हैं। इससे ब्रुअरीज़ और पब्स को एक स्थायी और उत्साही ग्राहक वर्ग मिलता है। 25-35 आयु वर्ग के लोग बीयर को 'सोशल ड्रिंक' के रूप में सबसे अधिक पसंद करते हैं।


इवेंट्स और फेस्टिवल्स: बेंगलुरु में हर साल कई बीयर फेस्टिवल्स होते हैं, जैसे Bangalore Beer Week और Oktoberfest जैसी थीम नाइट्स। ये फेस्टिवल्स हजारों की भीड़ खींचते हैं और बीयर संस्कृति को और मज़बूत करते हैं।


कुछ महत्वपूर्ण आँकड़े (Stats):

  • माइक्रोब्रुअरीज़ की संख्या (2024 तक): 60+

  • सालाना बीयर खपत: 1.2 करोड़ लीटर से अधिक

  • कर्नाटक की बीयर खपत में बेंगलुरु का हिस्सा: 60%+

  • औसतन प्रति व्यक्ति बीयर खपत (बेंगलुरु): 20 लीटर प्रति वर्ष (अनुमानित)

  • औसतन एक पब/ब्रुअरी में वीकेंड विज़िटर्स: 1500–2000 ग्राहक प्रति सप्ताह



बेंगलुरु केवल एक आईटी हब या स्टार्टअप कैपिटल नहीं है, यह भारत की बीयर राजधानी भी है। यहां का वातावरण, सरकार की नीतियां, युवा संस्कृति और माइक्रोब्रुअरीज़ का उभार — सब मिलकर इस शहर को बीयर प्रेमियों के लिए स्वर्ग बना देते हैं। जब भी आप अगली बार बेंगलुरु जाएं, तो सिर्फ कोड मत लिखिए — एक ठंडी और ताज़ा क्राफ्ट बीयर भी चखिए। क्यूंकि यहां बीयर एक ड्रिंक नहीं, एक संस्कृति है।



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