भूरा बाल साफ करो' नारे ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अचानक हंगामा खड़ा कर दिया है। यह कथित रूप से RJD‑संबद्ध एक विवादित नारा है, जिसे BJP ने जोर-शोर से उठाया और इसे जातीय राजनीति का हिस्सा बताया। BJP का आरोप है कि तेजस्वी यादव इस पर तुरंत खड़े नहीं हुए, और अगर वे इससे असहमत हैं तो उन्हें स्पष्ट रूप से अपनी बात रखनी चाहिए।
इस नारे ने राजद को मजबूर कर दिया—पार्टी ने खुद को इससे अलग कर लिया और दावा किया कि इसका इस नारे से कोई वास्ता नहीं। फिर भी, राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इससे महागठबंधन को OBC/एससी/एसटी जैसे पिछड़े वर्गों के बीच खटास का सामना करना पड़ सकता है। मामला गहराने के बाद RJD का कहना है कि वे सभी वर्गों को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं।
यह विवाद नया नहीं है—गया जिले की एक रैली में RJD विधायक रंजीत यादव के मंच पर मौजूद एक मुखिया पति द्वारा इस नारे का इस्तेमाल हुआ, जिसे लेकर विधायक खुद हैरान रह गए और उन्होंने तुरंत सफाई दी। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हुआ, जिसने मामले को और तूल दिया।
इस पूरे मामले की वजह से अब RJD की चुनावी रणनीति पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं, और बिहार की जातीय राजनैतिक समीकरणों में भी इसका असर दिख सकता है।
