आधुनिक कला का प्रतीक है – “कुंस्टहाउस ग्राज”

Jitendra Kumar Sinha
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ऑस्ट्रिया के सुरम्य शहर ग्राज की गलियों में चलते हुए जैसे ही कुंस्टहाउस ग्राज के पास पहुँचते हैं, एक पल के लिए आंखें ठहर जाती हैं। पारंपरिक यूरोपीय वास्तुकला के बीच अचानक एक विशाल, चमकदार, एलियन जैसे आकार की इमारत सामने आती है और यही है “कुंस्टहाउस ग्राज”, जिसे लोग प्यार से "फ्रेंडली एलियन" कहते हैं।


“कुंस्टहाउस ग्राज” की स्थापना वर्ष 2003 में हुई थी, जब ग्राज को यूरोप की सांस्कृतिक राजधानी घोषित किया गया था। इसे प्रसिद्ध ब्रिटिश वास्तुकार सर पीटर कुक और उनके साथी कॉलिन फॉर्नियर ने डिजाइन किया था। इस इमारत की सबसे खास बात है इसकी अनूठी "ब्लॉब आर्किटेक्चर", एक ऐसी शैली जो पारंपरिक संरचनाओं को तोड़ती है और रूप एव अभिव्यक्ति की नई सीमाएँ गढ़ती है।


इसका अमीबा जैसा आकार, चमकदार नीली एक्रेलिक पैनल से ढका हुआ है, जो सूर्य की रोशनी में रहस्यमयी रूप से चमकता है। यह न सिर्फ देखने में आकर्षक है, बल्कि एक गहरा संदेश भी देता है, कि कला को किसी ढांचे में नहीं बांधा जा सकता है।


कला और वास्तुकला के साथ-साथ कुंस्टहाउस ग्राज हरित ऊर्जा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से भी प्रेरणा देता है। इसकी बाहरी परत में लगे पैनल फोटावोल्टिक तकनीक से लैस हैं, यानि यह सौर ऊर्जा उत्पन्न कर सकता है। यह इमारत न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि यह दर्शाती है कि आधुनिक डिजाइन और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व एक साथ चल सकते हैं।


“कुंस्टहाउस ग्राज” एक पारंपरिक संग्रहालय नहीं है। यहां न तो स्थायी प्रदर्शनियाँ हैं और न ही क्लासिकल आर्ट का भंडार। इसके स्थान पर, यह आधुनिक और समकालीन कला को समर्पित है, ऐसी कला जो प्रयोग करती है, सवाल उठाती है, और समाज को नई दृष्टि देती है। यहाँ होने वाली प्रदर्शनियों में मल्टीमीडिया इंस्टॉलेशंस, वीडियो आर्ट, डिजिटल कला, और इंटरएक्टिव प्रोजेक्ट्स शामिल होता है।


यह स्थान खुद को "प्रदर्शनी हाउस" कहलाना पसंद करता है, एक ऐसा मंच जहाँ नए विचार, नई तकनीक, और नई पीढ़ी के कलाकार अपनी आवाज को दुनिया तक पहुंचा सकता है।


“कुंस्टहाउस ग्राज” आज सिर्फ एक म्यूजियम नहीं, बल्कि ग्राज शहर की आधुनिक पहचान बन चुका है। यह बताता है कि इतिहास और आधुनिकता एक साथ रह सकता है, एक-दूसरे से सीख सकते हैं, और मिलकर एक नया भविष्य बना सकता है।



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