एतिहाद एयरवेज़ ने हाल ही में अपने बोइंग 787 ड्रिमलाइनर विमानों के पायलटों को ईंधन नियंत्रक स्विच (fuel control switch) को उपयोग करते समय विशेष सावधानी बरतने का निर्देश जारी किया है। यह कदम जून में अहमदाबाद में एयर इंडिया फ्लाइट AI171 की दुर्घटना के पहले चरण की जाँच से जुड़े है, जहाँ preliminary रिपोर्ट में दोनों इंजन के ईंधन स्विच 'RUN' से 'CUTOFF' पर चले गए, जिससे उड़ान के तुरंत बाद इंजन बंद हो गए और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
एतिहाद ने 12–13 जुलाई को पायलटों को यह सलाह दी कि वे fuel control switches या उनके आस-पास के किसी भी नियंत्रण को ऑपरेट करते समय "exercise caution" बरतें। साथ ही उन्होंने इंजीनियरिंग टीम को एक fleet‑wide inspection का आदेश भी दिया है, जिसमें locking mechanism की जांच की जाए: यदि switches बिना लॉक उठाए भी RUN/CUTOFF के बीच मँड़ सकते हैं तो संबंधित thrust control module को बदल दिया जाएगा।
इस बीच, FAA ने 2018 में इसी तरह की चिंता जताई थी लेकिन कहा था कि यह mandatory airworthiness directive नहीं है। South Korea भी इसी दिशा में कदम उठा रहा है और अपने बोइंग विमान संचालकों को ईंधन स्विच की जांच के आदेश देने की तैयारी कर रहा है।
अभी तक FAA और बोइंग दोनों ने कहा है कि इस मसले से कोई unsafe condition उत्पन्न नहीं होती है, लेकिन वैश्विक सुरक्षा दृष्टिकोण से बड़ी एयरलाइनों जैसे Etihad और साउथ कोरिया के उपाय सूझबूझ भरे माने जा रहे हैं ।
संक्षेप में, अहमदाबाद क्रैश की प्रारंभिक रिपोर्ट ने ईंधन स्विच की भूमिका पर सवाल उठाए, जिससे कई एयरलाइनों और रेगुलेटरों ने सावधानी और तत्काल जाँच के आदेश जारी किए हैं—यह सुरक्षा मानकों को और सख्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
