बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के बीच जनसुराज पार्टी ने बुधवार को पटना में विधानसभा घेराव का ऐलान किया है। पार्टी की ओर से जारी बयान के अनुसार यह प्रदर्शन तीन मुख्य मुद्दों को लेकर किया जाएगा
सरकार ने घोषणा की थी कि गरीब परिवारों को रोजगार के लिए 2 लाख रुपए की राशि दी जाएगी, लेकिन यह वितरित नहीं की गई;
दलित भूमिहीन परिवारों को उपलब्ध कराने के लिए तीन डिसमिल जमीन की मांग को अनदेखा किया गया; भूमि सर्वेक्षण में व्याप्त व्यापक भ्रष्टाचार के खिलाफ भी आवाज उठाई जाएगी।
जनसुराज पार्टी का कहना है कि इन तीनों मामलों में 1 करोड़ लोगों के हस्ताक्षर एकत्रित करके विधानसभा सत्र के दौरान घेराव प्रदर्शन किया जाएगा, ताकि सरकार की कथित उपेक्षाओं की निशानदेही की जा सके। विपक्ष पहले ही विधानसभा के अंदर और बाहर मतदान-विरोधी प्रदर्शनों में सक्रिय रहा है और अब जनसुराज पार्टी इसका मोर्चा और तेज करेगी।
यह राजनीतिक जारी सियासी रणनीति का हिस्सा है, जो बिहार विधानसभा चुनाव (अक्टूबर–नवंबर 2025) की तैयारी को दिखाती है।
