पटना में अपराध का ग्राफ एक बार फिर चिंता का विषय बन गया है। शुक्रवार रात राजधानी के रामकृष्णा नगर इलाके में तृष्णा मार्ट के मालिक विक्रम झा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाइक पर सवार अज्ञात हमलावरों ने उनके घर के बाहर उन्हें निशाना बनाया। गंभीर रूप से घायल विक्रम झा को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
विक्रम झा मूल रूप से दरभंगा के रहने वाले थे और पटना में उन्होंने तृष्णा मार्ट नाम से एक प्रतिष्ठित सुपरमार्केट खड़ा किया था। स्थानीय लोगों में उनकी अच्छी पहचान थी। यह घटना गोपाल खेमका की हत्या के कुछ ही दिनों बाद घटी, जिसने पटना के व्यापारी वर्ग में दहशत और आक्रोश फैला दिया है।
शहर में लगातार हो रही व्यापारियों की हत्याओं ने कानून-व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। पिछले कुछ हफ्तों में बालू कारोबारी रामानंद यादव, स्कूल संचालक अजीत कुमार और अब विक्रम झा की हत्या से व्यापारियों में असुरक्षा की भावना बढ़ी है।
पुलिस के मुताबिक घटना की जांच जारी है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। एसपी पूर्वी परिचय कुमार ने बताया कि हत्या के पीछे के कारणों की पड़ताल की जा रही है और जल्द ही मामले में गिरफ्तारी की उम्मीद है। हालांकि व्यापारियों में यह धारणा बनती जा रही है कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस व्यवस्था कमजोर पड़ रही है।
यह वारदात सिर्फ एक हत्या नहीं बल्कि पूरे कारोबारी वर्ग के मन में डर बैठा देने वाली है। व्यापारी वर्ग अब सरकार से सुरक्षा की गारंटी और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है। पटना जैसे संवेदनशील और व्यावसायिक शहर में एक के बाद एक व्यापारियों की हत्या राज्य प्रशासन के लिए एक गंभीर चेतावनी है। कानून-व्यवस्था में तुरंत सुधार नहीं हुआ तो राजधानी में भय और अव्यवस्था का माहौल गहराता जाएगा।
