गोवा से पुणे जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-1080 में मंगलवार को एक डराने वाली घटना हुई, जब विमान के उड़ान के दौरान एक खिड़की का फ्रेम ढीला हो गया। यह घटना विमान के हवा में रहने के दौरान हुई, जिससे यात्रियों में घबराहट फैल गई। हालांकि, किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ और फ्लाइट को सुरक्षित रूप से पुणे एयरपोर्ट पर लैंड करा लिया गया।
मामले के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर यात्रियों द्वारा वीडियो और तस्वीरें साझा की गईं, जिनमें विमान की खिड़की का फ्रेम लटकता हुआ नजर आ रहा है। इस वीडियो में देखा गया कि एक महिला यात्री और उसके साथ बच्चा उस सीट पर बैठे थे, जहां खिड़की का अंदरूनी प्लास्टिक पैनल ढीला होकर बाहर आ गया था।
स्पाइसजेट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह विंडो फ्रेम दरअसल सिर्फ एक आंतरिक ट्रिम था, जो सौंदर्यात्मक उद्देश्य के लिए होता है और इसका विमान की संरचनात्मक मजबूती या केबिन प्रेशराइजेशन से कोई लेना-देना नहीं होता। एयरलाइन ने यह भी स्पष्ट किया कि विमान की प्रेसर विंडो यानी बाहरी सुरक्षा परत पूरी तरह सुरक्षित थी और यात्रियों की जान को कोई खतरा नहीं था।
स्पाइसजेट ने बताया कि फ्लाइट ने सामान्य रूप से उड़ान पूरी की और कोई इमरजेंसी लैंडिंग नहीं हुई। लैंडिंग के बाद इस खामी को मानक रख-रखाव प्रक्रिया के तहत ठीक किया गया। एयरलाइन ने यह भी कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और हर तरह की एहतियात बरती जाती है।
घटना के बाद कुछ यात्रियों ने कहा कि ऐसी घटनाएं यात्रियों के भरोसे को प्रभावित कर सकती हैं, भले ही तकनीकी रूप से कोई खतरा न हो। विमान में मौजूद कुछ लोगों ने इसे डरावना अनुभव बताया और कहा कि जब आप हवा में हों और खिड़की के पास कोई चीज़ ढीली हो जाए, तो घबराहट होना स्वाभाविक है।
यह घटना विमान यात्रा की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चर्चा में आ गई है। हालांकि एयरलाइन का दावा है कि विमान की संरचना पर इसका कोई असर नहीं पड़ा, लेकिन यात्रियों की मानसिक सुरक्षा और भरोसे की दृष्टि से ऐसी घटनाएं चिंता का कारण बन सकती हैं। DGCA की ओर से इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
