भारत का स्वतंत्रता दिवस केवल देश की सीमाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह उत्सव दुनिया के कोने-कोने में बसे भारतीयों की भावनाओं को भी एकजुट करता है। 15 अगस्त 2025 को एशिया से लेकर यूरोप और मध्य पूर्व तक, विभिन्न देशों में भारतीय मिशनों ने गर्व और उल्लास के साथ तिरंगा फहराया। इस अवसर पर न केवल भारतीय समुदाय, बल्कि कई स्थानीय नागरिक भी भारत की स्वतंत्रता यात्रा और लोकतांत्रिक मूल्यों के साक्षी बने।
तेल अवीव में भारत के राजदूत जेपी सिंह ने स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय समुदाय के लगभग 350 लोगों की उपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस दौरान राष्ट्रगान गूंजा और माहौल देशभक्ति के रंग में रंग गया। अपने संबोधन में राजदूत सिंह ने कहा कि भारत और इज़रायल दोनों संकट की घड़ी में हमेशा एक-दूसरे के साथ खड़े रहे हैं। साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और आपसी सहयोग ने इन दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत बनाया है।
सिंगापुर स्थित भारतीय उच्चायोग में भी स्वतंत्रता दिवस समारोह बड़े उत्साह से मनाया गया। भारतीय उच्चायुक्त शिल्पक अम्बुले ने तिरंगा फहराने के बाद प्रवासी भारतीयों के लिए राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी एकत्र हुए और देशभक्ति गीतों तथा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से भारत के गौरवशाली इतिहास को याद किया। सिंगापुर में बसे भारतीयों ने यह दिखाया कि दूरी चाहे कितनी भी हो, मातृभूमि के प्रति प्रेम कभी कम नहीं होता।
श्रीलंका की राजधानी कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग में भी विशेष आयोजन हुआ। समारोह के दौरान भारतीय ध्वज फहराया गया और विकसित भारत की परिकल्पना पर जोर दिया गया। भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे भारत की प्रगति और समृद्धि में हर संभव योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
टोक्यो, शंघाई और मालदीव में भी भारतीय दूतावासों ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर समारोह आयोजित किए। स्थानीय भारतीय समुदाय और दूतावास अधिकारियों ने ध्वजारोहण कर राष्ट्रगान गाया और भारत के स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी। इन आयोजनों ने यह संदेश दिया कि भारत का स्वतंत्रता दिवस केवल भारतीयों का ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र और आजादी की वैश्विक भावना का उत्सव है।
इन समारोहों ने यह सिद्ध कर दिया है कि तिरंगा केवल एक ध्वज नहीं है, बल्कि यह भारतीय एकता, गौरव और आत्मसम्मान का प्रतीक है। दुनिया भर में बसे भारतीय अपने देश की परंपराओं, संस्कृति और लोकतांत्रिक मूल्यों को संजोए रखते हैं और हर अवसर पर यह दिखाते हैं कि उनकी जड़ें भारत से गहराई से जुड़ी हुई हैं।
भारत का स्वतंत्रता दिवस जब दुनिया भर में तिरंगे की गूंज के साथ मनाया जाता है, तो यह न केवल प्रवासी भारतीयों को अपनी मातृभूमि से जोड़ता है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की सशक्त छवि को भी उजागर करता है। चाहे इज़रायल हो या सिंगापुर, कोलंबो हो या टोक्यो, हर जगह तिरंगे का लहराना यह याद दिलाता है कि भारत की आत्मा हर भारतीय के दिल में बसती है, चाहे वह कहीं भी क्यों न हो।
