पटना के गांधी मैदान स्थित ज्ञान भवन इस बार फिर रंगों, खुशियों और परंपराओं का संगम बनने जा रहा है। बिहार महिला उद्योग संघ द्वारा आयोजित “वार्षिक दशहरा मेला 2025” का आयोजन आगामी 4 से 8 सितंबर तक किया जाएगा। हर साल की तरह इस बार भी मेले में पूरे भारत के अलग-अलग राज्यों से आए शिल्प, कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
मेले का उद्घाटन बिहार सरकार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा करेंगे। आयोजन समिति ने बताया कि इस बार मेले में लगभग 225 स्टॉल लगाए जाएंगे, जिनमें न केवल विभिन्न राज्यों के शिल्पकार और उद्यमी शामिल होंगे, बल्कि एमएसएमई, वस्त्र मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास निगम और केबीआईसी (खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग) के भी विशेष स्टॉल लगाए जाएंगे।
बिहार महिला उद्योग संघ हर साल दो बड़े मेले आयोजित करता है, एक मार्च में होली के अवसर पर और दूसरा दशहरा से पहले। यह मेला न केवल खरीदारी का केंद्र होता है, बल्कि महिला उद्यमिता, आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक पहचान को भी बढ़ावा देता है।
इस साल के मेला में सिल्क और हैंडलूम, आभूषण, सत्तू-पापड़-अचार, मिथिला पेंटिंग्स, होम डेकोर और अनेक प्रकार के हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री की जाएगी। यहां आने वाले लोगों को एक ही छत के नीचे परंपरागत और आधुनिक दोनों तरह के उत्पाद खरीदने का अवसर मिलेगा।
खरीदारी का उत्सव और भी रोचक बनाने के लिए मेला में इस बार भी प्रतियोगिता रखी गई है। सबसे अधिक बिक्री करने वाले स्टॉल्स को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसका उद्देश्य स्थानीय उद्यमियों और कारीगरों को प्रोत्साहित करना है ताकि वे और भी बेहतर काम कर सकें।
दशहरा का समय पटना में हमेशा खास होता है। इस अवसर पर शहरभर में उत्सव का माहौल रहता है। ज्ञान भवन में लगने वाला यह मेला न केवल खरीदारी प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक सार्थक पहल साबित होगा।
