भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां और अंतिम टेस्ट मैच लंदन के ओवल मैदान पर खेला गया, जो क्रिकेट इतिहास के सबसे रोमांचक मुकाबलों में से एक बन गया। दोनों टीमें श्रृंखला में 2-2 की बराबरी पर थीं, और यह मैच निर्णायक था। भारत ने यह मुकाबला मात्र 6 रन से जीतकर न सिर्फ श्रृंखला बराबर की, बल्कि इंग्लैंड की धरती पर भी गर्व की जीत दर्ज की।
पहली पारी में भारत 224 रन पर सिमट गया। करुण नायर ने 57 रनों की अहम पारी खेली, लेकिन बाकी बल्लेबाज़ नाकाम रहे। इंग्लैंड ने जवाब में 247 रन बनाए और 23 रनों की बढ़त हासिल की। सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने 4-4 विकेट लेकर भारत को मुकाबले में बनाए रखा।
दूसरी पारी में भारत की बल्लेबाज़ी बेहद दमदार रही। यशस्वी जायसवाल ने शानदार 118 रन बनाए, जबकि आकाश दीप ने 66 और वाशिंगटन सुंदर ने 53 रनों का योगदान दिया। भारत ने कुल 396 रन बनाए और इंग्लैंड को जीत के लिए 374 रनों का लक्ष्य दिया।
इंग्लैंड की शुरुआत मजबूत रही। जो रूट ने 105 और हैरी ब्रूक ने 111 रनों की पारी खेली। एक समय स्कोर 301/3 था और इंग्लैंड जीत के बेहद करीब दिख रहा था। लेकिन यहीं से मैच ने नाटकीय मोड़ लिया। सिराज ने रूट और ओवरटन को जल्दी-जल्दी आउट किया, और फिर प्रसिद्ध कृष्णा ने शानदार यॉर्कर से जोश टंग को बोल्ड किया।
अंत में सिराज ने गस ऐटकिंसन को क्लीन बोल्ड कर भारत की 6 रन से ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित कर दी। इंग्लैंड की पूरी टीम 367 रन पर ऑल आउट हो गई। सिराज ने दूसरी पारी में 5 विकेट लिए, जबकि प्रसिद्ध कृष्णा ने 4 विकेट और आकाश दीप ने 1 विकेट झटका।
इस जीत से भारत ने Anderson-Tendulkar ट्रॉफी अपने नाम की और इंग्लैंड को उसकी ही ज़मीन पर करारी शिकस्त दी। मोहम्मद सिराज को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। शुभमन गिल, जिन्होंने पूरी सीरीज़ में 754 रन बनाए और चार शतक जड़े, उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज़ घोषित किया गया।
खराब रोशनी और बारिश की संभावना के बावजूद आखिरी दिन खेल पूरा हुआ और दर्शकों को टेस्ट क्रिकेट का असली मजा मिला। यह मैच भारतीय क्रिकेट के स्वर्णिम पलों में दर्ज हो गया, जिसने जुनून, संयम और ज़िद की मिसाल पेश की।
