तकनीक की दुनिया में गूगल हमेशा से अग्रणी रहा है। समय के साथ उसने खोज अनुभव (Search Experience) को लगातार बेहतर बनाने के लिए नए-नए फीचर्स पेश किए हैं। हाल ही में गूगल ने एक बड़ा कदम उठाया है और अपने एआई (Artificial Intelligence) आधारित सर्च फीचर को हिन्दी समेत कई भाषाओं में लॉन्च कर दिया है। यह पहल न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि लाखों-करोड़ों उन उपयोगकर्ताओं के लिए भी खास है जो अपनी मातृभाषा में इंटरनेट का इस्तेमाल करना चाहते हैं।
एआई सर्च का मतलब है कि गूगल अब सिर्फ शब्दों को खोजने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि वह उपयोगकर्ता की सोच, संदर्भ और मंशा को समझकर बेहतर एव सटीक परिणाम देगा। साधारण शब्दों में कहें तो अगर गूगल पर कोई सवाल पूछेंगे, तो एआई आपके लिए सिर्फ लिंक नहीं देगा, बल्कि एक सारगर्भित और उपयोगी उत्तर भी तैयार करेगा।
उदाहरण के तौर पर, अगर कोई यूजर पूछता है “दिल्ली घूमने के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?” तो गूगल न केवल समय बताएगा, बल्कि मौसम, पर्यटक स्थलों और स्थानीय त्योहारों की जानकारी भी एक साथ प्रस्तुत करेगा।
गूगल का यह एआई सर्च फीचर अब हिन्दी के अलावा इंडोनेशियाई, जापानी, कोरियाई, ब्राजीलियाई पुर्तगाली जैसी भाषाओं में भी उपलब्ध हो गया है। इससे उन देशों और क्षेत्रों के यूजर्स को फायदा होगा जहां अंग्रेजी का उपयोग सीमित है।
भारत जैसे बहुभाषी देश में यह सुविधा खास महत्व रखती है। यहां इंटरनेट यूजर्स की एक बड़ी संख्या हिन्दी और अन्य स्थानीय भाषाओं में जानकारी खोजती है। गूगल की इस पहल से उन्हें अपनी भाषा में वही सुविधा मिलेगी जो अंग्रेजी बोलने वालों को मिलती रही है।
अब यूजर अपनी मातृभाषा में ही जानकारी खोज पाएंगे, जिससे समझना आसान होगा। एआई सर्च यूजर के लोकेशन और जरूरत को ध्यान में रखकर परिणाम देगा। यूजर्स को लंबे-लंबे लिंक पढ़ने की बजाय सीधे संक्षिप्त और सटीक उत्तर मिलेगा। छात्र, शिक्षक, रिसर्चर और छोटे-बड़े व्यवसायी सभी अपनी भाषा में तुरंत उपयोगी जानकारी पा सकेंगे।
गूगल का कहना है कि उसका मकसद केवल जानकारी देना नहीं है, बल्कि यूजर को प्रासंगिक और व्यक्तिगत अनुभव उपलब्ध कराना है। एआई सर्च फीचर को लगातार अपडेट और ट्रेन किया जा रहा है ताकि यह स्थानीय संस्कृति, बोलचाल और संदर्भ को भी सही ढंग से समझ सके।
गूगल का यह कदम वैश्विक स्तर पर भाषाई विविधता को सम्मान देने जैसा है। अब हिन्दी सहित कई भाषाओं के उपयोगकर्ताओं को तकनीकी सुविधा में बराबरी का मौका मिलेगा। आने वाले समय में जब एआई और भी स्मार्ट होगा, तो यह खोज अनुभव को पूरी तरह बदल देगा।
