पटना सिटी के बहादुरपुर स्थित बाजार समिति फल मंडी से जुड़े कारोबारियों ने गुरुवार को एक अहम फैसला लिया है। पटना फ्रूट मर्चेंट एसोसिएशन की बैठक में तय किया गया है कि अब से हर महीने की पहली तारीख को मंडी पूरी तरह से बंद रहेगी। इसके साथ ही मंडी में कारोबार की शुरुआत सुबह 6 बजे से होगी। यह निर्णय न केवल व्यापारियों की कार्यशैली को नियमित करने के उद्देश्य से लिया गया है, बल्कि इससे मंडी की गतिविधियों में अनुशासन और पारदर्शिता भी आएगी।
बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के अध्यक्ष ने किया और संचालन महासचिव ने किया। बैठक में संगठन से जुड़े कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी और व्यापारी उपस्थित रहे। इसमें कोषाध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष, सचिव प्रमुख रूप से शामिल थे। सभी सदस्यों ने एक स्वर में सहमति जताई कि हर माह की पहली तारीख को मंडी बंद रखना जरूरी है। इससे न केवल व्यापारियों को एक निश्चित अवकाश मिलेगा, बल्कि मंडी की साफ-सफाई और रखरखाव का भी काम बेहतर तरीके से हो सकेगा।
बैठक में कारोबार से जुड़ी कई समस्याओं पर भी चर्चा हुई। व्यापारियों ने मंडी परिसर में सफाई व्यवस्था, पार्किंग, सुरक्षा और बिजली की आपूर्ति जैसी बुनियादी सुविधाओं पर जोर दिया। सदस्यों का मानना है कि यदि बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाए तो कारोबार और भी सुचारू ढंग से चल सकता है। इसके अतिरिक्त, व्यापारियों ने यह भी कहा कि मंडी में समय से कारोबार शुरू करने से ग्राहकों को सुविधा होगी और ताजे फलों की उपलब्धता बेहतर ढंग से सुनिश्चित की जा सकेगी। सुबह 6 बजे से कारोबार शुरू करने के फैसले को सभी ने स्वागत योग्य कदम बताया।
हर महीने की पहली तारीख को बंदी से व्यापारियों को एक दिन का अवकाश तो मिलेगा ही, साथ ही मंडी प्रबंधन को आवश्यक सुधार कार्यों के लिए समय भी मिलेगा। इस दौरान मंडी में सफाई, मरम्मत और अन्य प्रशासनिक कार्य किए जा सकेंगे। यह कदम ग्राहकों के लिए भी सकारात्मक होगा क्योंकि साफ-सुथरे माहौल में उन्हें बेहतर सेवा मिलेगी।
पटना के बहादुरपुर फल मंडी में लिया गया यह निर्णय न केवल व्यापारियों के लिए ही नहीं बल्कि ग्राहकों और प्रशासन के लिए भी लाभकारी साबित होगा। व्यापारियों को जहां नियमित अवकाश और आराम का अवसर मिलेगा, वहीं ग्राहकों को व्यवस्थित और स्वच्छ मंडी का अनुभव होगा।
