चीन का इतिहास और संस्कृति, प्राचीन रहस्यों और अद्भुत स्थापत्य कला से भरा हुआ है। इन्हीं रहस्यों में से एक है झेजियांग प्रांत की “लॉन्गयू गुफाएं (Longyou Caves)”। यह भूमिगत गुफाएं आज भी पुरातत्वविदों, इतिहासकारों और वैज्ञानिकों के लिए एक अनसुलझी पहेली बनी हुई हैं।
सन 1992 में स्थानीय किसानों ने पानी निकालने के लिए तालाब की खुदाई शुरू की। खुदाई करते-करते वे अचानक एक विशालकाय भूमिगत कक्ष तक पहुंच गए। जब आगे खोज की गई, तो ऐसी 24 गुफाएं सामने आईं, जिनमें से हर एक का आकार और संरचना अद्भुत थी। इस अप्रत्याशित खोज ने न केवल स्थानीय लोगों को चौंकाया, बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया।
“लॉन्गयू गुफाओं” की संरचना देखकर विशेषज्ञ हैरान रह जाते हैं। इनमें बड़े-बड़े कक्ष, ऊंची छतें, विशाल स्तंभ, और दीवारों पर बने समानांतर छेनी के निशान दिखाई देते हैं। इन निशानों से यह आभास होता है कि निर्माण कार्य बहुत ही व्यवस्थित और योजनाबद्ध तरीके से किया गया था।
गुफाओं की ऊंचाई कई मीटर तक है, और इनके अंदरूनी हिस्से इतने मजबूत हैं कि लगभग दो हजार साल बीत जाने के बाद भी ये जरा भी ध्वस्त नहीं हुईं।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि इतनी विशाल गुफाओं का निर्माण किसने और क्यों किया? अब तक किसी भी ऐतिहासिक दस्तावेज या चीनी ग्रंथ में इन गुफाओं का उल्लेख नहीं मिलता है।
इतिहासकारों का मानना है कि संभवतः यह शाही भंडारण स्थलों के रूप में बनाई गई होगी। कुछ विशेषज्ञ इन्हें धार्मिक अनुष्ठानों या समाधियों से जोड़ते हैं। वहीं कुछ विद्वान यह भी मानते हैं कि ये किसी गुप्त सैन्य अड्डे या जल प्रबंधन प्रणाली का हिस्सा रही होगी। लेकिन ठोस प्रमाण न मिलने के कारण आज भी यह रहस्य अनसुलझा है।
गुफाओं का आकार इतना बड़ा है कि इसके निर्माण में लाखों टन चट्टानें हटाई गई होंगी। उस युग में बिना आधुनिक तकनीक के यह कार्य करना अकल्पनीय प्रतीत होता है। इससे यह संकेत मिलता है कि प्राचीन चीन के लोगों के पास बेहतरीन संगठन क्षमता और अद्भुत शिल्प कौशल था।
आज “लॉन्गयू गुफाएं” चीन के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिनी जाती हैं। यहां हर साल हजारों पर्यटक आते हैं और इस रहस्य से रूबरू होकर आश्चर्यचकित रह जाते हैं।
“लॉन्गयू गुफाएं” केवल एक स्थापत्य चमत्कार नहीं, बल्कि प्राचीन मानव सभ्यता की अथाह क्षमता और रहस्यमय सोच का प्रतीक हैं। यह गुफाएं याद दिलाती हैं कि इतिहास में ऐसे अनेक रहस्य छिपे हैं, जो आज भी ज्ञान और तकनीक को चुनौती देता है।
