भारतीय सिनेमा में समय-समय पर कुछ ऐसी फिल्में आती रही हैं, जो केवल मनोरंजन का साधन नहीं होती है, बल्कि समाज को सोचने पर मजबूर कर देती है। निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री, जिन्होंने “द कश्मीर फाइल्स” और “द वैक्सीन वॉर” जैसी फिल्मों से अपनी अलग पहचान बनाई, अब लेकर आ रहे हैं "बंगाल फाइल्स"। यह फिल्म इस शुक्रवार से सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है और एडवांस बुकिंग भी शुरू हो चुकी है।
विवेक रंजन अग्निहोत्री हमेशा से ही अपनी फिल्मों के जरिए विवादित और छुपे हुए सच सामने लाने के लिए जाने जाते हैं। “बंगाल फाइल्स” को उन्होंने अपनी पत्नी और अभिनेत्री पल्लवी जोशी तथा अभिषेक अग्रवाल के साथ मिलकर प्रोड्यूस किया है। फिल्म का उद्देश्य बंगाल के सामाजिक और राजनीतिक हालात पर एक सच्ची और गहन झलक पेश करना है।
फिल्म के कंटेंट को लेकर अभी तक ज्यादा खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि यह बंगाल में पिछले कुछ दशकों से चले आ रहे राजनीतिक संघर्ष, सांप्रदायिक तनाव और आम लोगों के संघर्षों पर केंद्रित होगी। बंगाल की राजनीति हमेशा से ही राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय रही है, चाहे वह विभाजन का दर्द हो, नक्सलवाद का दौर हो, या हाल के चुनावी हालात। “बंगाल फाइल्स” संभवतः इन्हीं ज्वलंत मुद्दों से पर्दा उठाएगी।
विवेक अग्निहोत्री की फिल्मों की खासियत यह है कि वे गहन रिसर्च के बाद बनती हैं। दर्शकों को इतिहास और वर्तमान का एक अनकहा पक्ष देखने को मिलता है। पल्लवी जोशी का अभिनय हमेशा दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ता है। उम्मीद है कि इस फिल्म में भी उनकी दमदार भूमिका देखने को मिलेगी। यह फिल्म सिर्फ घटनाओं का चित्रण नहीं करेगी, बल्कि समाज और राजनीति पर गहरी चोट भी करेगी।
“कश्मीर फाइल्स” ने बॉक्स ऑफिस पर अप्रत्याशित सफलता हासिल की थी। इस वजह से दर्शकों में “बंगाल फाइल्स” को लेकर भी भारी उत्साह है। सोशल मीडिया पर ट्रेलर और टीजर को लेकर पहले ही चर्चा गर्म हो चुकी है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि यह फिल्म भी उन्हें सोचने पर मजबूर कर देगी।
"बंगाल फाइल्स" केवल एक फिल्म नहीं है, बल्कि एक दस्तावेज है जो हमें अपने समाज और राजनीति के गहरे पहलुओं से रूबरू कराएगी। विवेक रंजन अग्निहोत्री का यह प्रोजेक्ट निश्चित रूप से सिनेमाघरों में चर्चा का केंद्र बनने वाला है।
