लेह हिंसा के बाद संदिग्ध कड़ियाँ और बयान चर्चा में हैं: लद्दाख के डीजीपी एस. डी. सिंह जमवाल ने कहा है कि क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक फिलहाल पाकिस्तान से जुड़े संदिग्ध लोगों के साथ संपर्क में रहे होने की जांच के दायरे में हैं — यह दावा उन सुरागों के आधार पर किया जा रहा है जो एक हिरासत में लिए गए पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव से मिले वीडियो और रिपोर्टों से जुड़ा बताया जा रहा है।
डीजीपी के हवाले से यह भी कहा गया है कि उस “पाक व्यक्ति” और वांगचुक के बीच संपर्क के रिकॉर्ड मिले हैं और वांगचुक के विदेश यात्रा रिकॉर्ड (कई रिपोर्टों में उनके पाकिस्तान दौरे का जिक्र) तथा उसी संदिग्ध व्यक्ति द्वारा सीमा पार भेजी गई सामग्रियों की समीक्षा की जा रही है — अधिकारियों का कहना है कि ये प्राथमिकता से तफ्तीश का हिस्सा हैं।
यह कार्रवाई उन घटनाओं के तुरंत बाद हुई है जिनमें 24 सितंबर को लेह में हुए विरोध प्रदर्शन हिंसक रूप ले गए थे — इन झड़पों में कई लोग घायल हुए और कुछ की मौतें भी हुईं; प्रशासन ने प्रदर्शनों के नेतृत्व और उकसावे के आरोपों के मद्देनज़र वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के अधीन हिरासत में लिया तथा उन्हें बाद में अन्य जेल में स्थानान्तरित किया गया, जिनकी खबरें भी मीडिया में प्रकाशित हुईं।
प्रशासन की जांच की प्रकृति और उससे जो तथ्य सामने आएँगे, वही आगे स्पष्ट करेंगे कि यहाँ केवल स्थानीय उकसावे की बात है या कोई बाहरी कनेक्शन भी जुड़ा हुआ मिला — फिलहाल अधिकारियों ने कई धाराओं व सुरक्षा मामलों को लेकर जाँच तेज की है और विस्तृत रिपोर्ट बाद में सार्वजनिक की जा सकती है।
