खान सर, जो पहले एक मशहूर शिक्षक थे, अब पटना में एक आधुनिक अस्पताल खोलने की दिशा में बढ़ रहे हैं। उनका मकसद है कि आम आदमी को सस्ती दरों पर बेहतर इलाज मिले। अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर (OT) में पहले महंगी टाइल्स लगवाई गई थीं, जो देखने में मार्बल जैसी चमकदार थीं, लेकिन एक सरकारी निरीक्षण टीम ने आकर तुरंत उन्हें हटाने का आदेश दे दिया।
OT में टाइल्स इसलिए नहीं लगाई जानी चाहिए क्योंकि टाइल्स के बीच के जॉइंट या जोड़ों में बैक्टीरिया, वायरस और फंगस जैसे छोटे-से-छोटे सूक्ष्म जीव दबकर रह जाते हैं—इतने छोटे कि एक सरसों के दाने में हजारों इन जीवों का बसेरा आराम से हो सकता है। इससे संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है। ऑपरेशन थिएटर में संक्रमण से बचने के लिए पूरी तरह समतल और कोई जोड़ न हो—ऐसी सतह होना जरूरी है।
गलती महसूस होने पर, खान सर ने टाइल्स तोड़कर हटवा दीं और उनकी जगह एक विशेष OT मैट लगवाई गई—यह पूरी तरह सपाट होती है, कोई जोड़ नहीं होता और दिखने में मार्बल जैसी लगती है। इससे संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाएगा।
खान सर का सपना है कि उनके इस अस्पताल में आए हर ‘मरीज’—या जैसे उन्होंने कहा, 'गेस्ट'—को सम्मान मिले, अपनापन महसूस हो और इलाज की गुणवत्ता भी बेहतर हो, वो भी बहुत कम खर्च में।
