उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश और बाढ़ से हाहाकार, यमुना उफानी, सड़क-रेल यातायात ठप

Jitendra Kumar Sinha
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उत्तर भारत में गुरुवार को लगातार मूसलाधार बारिश ने तहलका मचा दिया, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में जनजीवन बुरी तरह बाधित हो गया। हिमाचल के कुल्लू जिले में भूस्खलन के चलते दो घर ढह गए, एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य लोग मलबे में दब गए; NDRF की टीम ने एक महिला सहित तीन लोगों को जीवित बचाया और एक शव बरामद किया गया है। राज्य में अब तक मानसून के कारण 95 फ्लैश फ्लड, 45 बादल फटने और 127 बड़े भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं, जिससे 343 लोगों की जान गई और 43 लापता हैं, नासमझियों का कुल नुकसान ₹3,690 करोड़ बताया गया है। हिमाचल में 1,292 सड़कें बंद हैं — मंडी में 294, कुल्लू 226, शिमला 216, चंबा 204 और सिरमौर में 91।


कश्मीर घाटी में भूस्खलन और बाढ़ ने सड़क संपर्क रुकवा दिया है। जम्मू-श्रीनगर सहित कई राजमार्ग बंद हैं, 26 अगस्त से अब तक 3,500 से अधिक वाहन फंसे हुए हैं। राजमार्ग सोमवार को आंशिक रूप से खोल कर कुछ वाहनों को निकाला गया, लेकिन जम्मू-राजौरी-पुंछ और बटोट-डोडा-किश्तवाड़ मार्ग भी बंद हैं। पठानकोट-जम्मू खंड में रेलवे लाईन क्षतिग्रस्त होने के कारण नौ दिनों से रेल यातायात बंद है, जिससे तीर्थयात्री विशेष प्रभावित हुए हैं; कटरा के पास माता वैष्णो देवी के मंदिर के पास भूस्खलन में 34 लोग मारे गए थे।


दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 4 सितंबर सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक पुराने रेलवे ब्रिज (RoB) पर 207.46 मीटर रिकॉर्ड किया गया था — खतरा अभी बरकरार है, हालांकि स्तर धीरे-धीरे कम होने की संभावना बताई जा रही है। आयोग-प्रशासन के कार्यालयों और सचिवालय तक पानी पहुँच चुका है। कश्मीरी गेट के पास हनुमान बाबा मंदिर के आसपास भी पानी पहुँच चुका है। दिल्ली में जलभराव और बाढ़ ने ट्रैफिक में इतनी जटिलता पैदा कर दी कि सामान्य जीवन बाधित हो गया; 8,018 लोगों को टेंटों में और 2,030 लोगों को 13 स्थायी आश्रय केंद्रों में स्थानांतरित किया गया।


पंजाब में सतलुज, ब्यास, रावी और अन्य नदियों में उफान आने से दशकों की सबसे भीषण बाढ़ की स्थिति बनी हुई है — अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है और 3.55 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं; 1.75 लाख हेक्टेयर से अधिक फसलें नष्ट हुई हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अमृतसर और गुरदासपुर में हालात का जायजा लिया और स्कूल-कॉलेजों की छुट्टियाँ पंजाब में 7 सितंबर तक बढ़ा दी गई हैं।


हरियाणा में लोक स्वास्थ्य और इंजीनियरिंग मंत्री रणबीर गंगवा ने आपात बैठक बुलाकर राज्य में जल निकासी और पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।


यमुना नदी के जलस्तर पर 4 सितंबर रात 10 बजे के आंकड़े इस प्रकार हैं— पुराने रेलवे ब्रिज पर जलस्तर: 207.40 मीटर, हथनी कुंड बैराज पर डिस्चार्ज: 1,31,730 क्यूसेक, बजरीबाद बैराज: 1,84,970 क्यूसेक, और ओखला बैराज: 2,44,478 क्यूसेक।


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