देश में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर एक ऐतिहासिक पहल की गई है। बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को भारत की पहली मानसिक स्वास्थ्य एंबेसडर नियुक्त किया गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के इस निर्णय को समाज में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित करने वाला मील का पत्थर माना जा रहा है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस अवसर पर कहा है कि दीपिका पादुकोण जैसे प्रभावशाली और संवेदनशील व्यक्तित्व के साथ साझेदारी से देश में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति आम लोगों की सोच में सकारात्मक बदलाव आएगा। उन्होंने बताया कि भारत सरकार मानसिक स्वास्थ्य को सार्वजनिक स्वास्थ्य का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में उन्होंने कार्यक्रम के दौरान टेली-मानस ऐप के नए स्वरूप को भी लॉन्च किया।
यह ऐप लोगों को ऑनलाइन मानसिक स्वास्थ्य परामर्श उपलब्ध कराने के लिए विकसित किया गया है। इसका उद्देश्य मानसिक बीमारियों से जूझ रहे लोगों को घर बैठे मदद उपलब्ध कराना है। देशभर में प्रशिक्षित काउंसलर और विशेषज्ञ इस प्लेटफॉर्म से जुड़े होंगे, जिससे कोई भी व्यक्ति गोपनीय रूप से सलाह प्राप्त कर सकेगा। इससे मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को ग्रामीण इलाकों तक पहुँचाने में भी मदद मिलेगी।
दीपिका पादुकोण खुद डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्या से गुजर चुकी हैं और उन्होंने अपने अनुभवों को खुलकर साझा किया है। उनकी संस्था ‘लिव लव लाफ फाउंडेशन’ (The Live Love Laugh Foundation) वर्षों से मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रही है। दीपिका ने कहा है कि “यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि मुझे देश की पहली मानसिक स्वास्थ्य एंबेसडर बनने का अवसर मिला है। मैं चाहती हूँ कि हर व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य को उतनी ही प्राथमिकता दे, जितनी वह शारीरिक स्वास्थ्य को देता है।” उनका मानना है कि मानसिक बीमारियों को लेकर समाज में मौजूद भ्रम और कलंक (stigma) को तोड़ना बहुत आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा है कि मानसिक स्वास्थ्य पर बातचीत करना कमजोरी नहीं, बल्कि साहस का प्रतीक है।
भारत में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर धीरे-धीरे लोगों की सोच बदल रही है, लेकिन अभी भी बहुत काम बाकी है। विशेषज्ञों के अनुसार, देश की लगभग 14% आबादी किसी न किसी रूप में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से प्रभावित है। ऐसे में सरकार और समाज दोनों को मिलकर जागरूकता बढ़ाने की ज़रूरत है।
दीपिका पादुकोण को मानसिक स्वास्थ्य एंबेसडर नियुक्त करना केवल एक सम्मान बात नहीं है, बल्कि एक संवेदनशील सामाजिक संदेश है कि मानसिक स्वास्थ्य उतना ही महत्वपूर्ण है जितना शारीरिक स्वास्थ्य। इस पहल से देश में संवाद, सहानुभूति और सहायता का वातावरण तैयार होगा। सरकार, सेलिब्रिटीज और नागरिकों के संयुक्त प्रयास से यह उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में भारत एक मानसिक रूप से स्वस्थ समाज की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाएगा।
