जर्मनी का नाम सुनते ही मन में अनुशासन, तकनीक और आधुनिकता की छवि उभरती है, लेकिन इस देश का एक और चेहरा है, प्रकृति का रंगीन, शांत और आत्मिक सौंदर्य। फ्रैंकफर्ट से कुछ ही दूरी पर स्थित टाउनस (Taunus) क्षेत्र इसी सौंदर्य का जीवंत उदाहरण है। यहां की एक छोटी-सी झील इन दिनों शरद ऋतु के रंगों में नहाई हुई है, मानो किसी कलाकार ने धरती को अपनी कल्पना की तूलिका से सजा दिया हो।
झील के चारों ओर फैले जंगलों की पत्तियाँ पीले, नारंगी, लाल और सुनहरे रंगों में रंग चुकी हैं। जब हल्की धूप इन पत्तियों पर पड़ती है तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे पेड़ों ने सोने की परत ओढ़ ली हो। झील की सतह उस रंग-बिरंगे संसार का प्रतिबिंब बन जाती है। हवा की मंद सरसराहट, पानी की लहरों का धीमा संगीत और पक्षियों की मधुर चहचहाहट मिलकर इस दृश्य को और अधिक जीवंत बना देता है।
टाउनस क्षेत्र का यह प्राकृतिक नजारा किसी प्रसिद्ध चित्रकार के कैनवास जैसा प्रतीत होता है। यहाँ के सौंदर्य को देखकर ऐसा लगता है मानो क्लॉड मोने या कैस्पर डेविड फ्रेडरिक जैसे कलाकारों की आत्मा ने इस धरती को अपने रंगों से भर दिया हो। फ्रेडरिक, जो जर्मनी के रोमांटिक युग के प्रसिद्ध चित्रकार थे, अक्सर प्रकृति की निस्तब्धता और भव्यता को अपने चित्रों में जीवंत करते थे। यह झील उसी शैली की वास्तविक प्रतिकृति जैसी लगती है जहाँ इंसान और प्रकृति एकाकार हो जाते हैं।
शरद ऋतु में इस क्षेत्र का मौसम भी बेहद सुहावना रहता है। हल्की ठंडक, सुनहरी धूप और आसमान में तैरते सफेद बादल इस झील को और भी मोहक बना देते हैं। शाम के समय जब सूरज पहाड़ियों के पीछे ढलता है तो उसकी किरणें झील की सतह पर लहरों के साथ नाचती हुई प्रतीत होती हैं। यह पल दर्शकों के हृदय में गहराई तक उतर जाता है।
स्थानीय लोगों के लिए यह झील केवल एक पर्यटन स्थल नहीं बल्कि आत्मिक सुकून का ठिकाना है। शहर की भागदौड़ से दूर लोग यहाँ टहलने, ध्यान लगाने या बस शांत बैठकर प्रकृति के रंगों में खो जाने आते हैं। सप्ताहांत पर परिवार और फोटोग्राफर यहाँ की सुंदरता को अपने कैमरे में कैद करने पहुँचते हैं।
जर्मनी का टाउनस क्षेत्र यह सिखाता है कि प्रकृति किसी भी चित्रकार से कम नहीं होती। वह अपने रंग खुद चुनती है, मौसम के साथ अपनी रचना बदलती है और हर आगंतुक को नया अनुभव देती है। यह झील न केवल देखने में सुंदर है बल्कि यह भी याद दिलाती है कि जीवन की व्यस्तता के बीच थोड़ी देर रुककर प्रकृति को निहारना भी एक कला है।
