पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए यह खबर राहत और उम्मीद दोनों लेकर आई है। बिहार के सबसे पुराने और बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच में अब विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। अस्पताल प्रशासन ने घोषणा की है कि 18 अक्तूबर तक इमरजेंसी वार्ड, पेडियाट्रिक यूनिट (पीकू और नीकू) तथा अन्य विभागों को नए भवन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके साथ ही अस्पताल के हॉस्पिटल ब्लॉक के टावर-1 और टावर-2 में इलाज की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी।
पीएमसीएच के नए भवन को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है। यहां गंभीर मरीजों के इलाज के लिए 65 ऑटोमेटेड आईसीयू बेड और 44 पोस्ट-आईसीयू बेड की व्यवस्था की गई है, जिससे गंभीर रूप से बीमार मरीजों को निरंतर मॉनिटरिंग और उच्च स्तरीय देखभाल मिल सकेगी। इसके अतिरिक्त, अस्पताल में 10 डीलक्स रूम, 100 प्राइवेट रूम और 2 सुइट रूम तैयार किए गए हैं, ताकि मरीजों को बेहतर और आरामदायक वातावरण में इलाज मिल सके।
इन सुविधाओं का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पीएमसीएच अब केवल बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे पूर्वी भारत के लिए एक मॉडल अस्पताल के रूप में उभरे। यहां नवीनतम मेडिकल उपकरणों, मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर और आधुनिक जीवनरक्षक सिस्टम्स की उपलब्धता मरीजों को राहत देगी।
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आई. एस. ठाकुर ने बताया कि नए भवन में इमरजेंसी वार्ड शिफ्ट करने की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पहले लिफ्टमैन, टेक्नीशियन और मेंटनेंस स्टाफ की कमी एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन अब इन सभी पदों पर कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। इससे मरीजों के इलाज की प्रक्रिया में किसी तरह की रुकावट नहीं आएगी।
डॉ. ठाकुर के अनुसार, नए भवन की इमरजेंसी में मरीजों को न केवल तेजी से इलाज मिल सकेगा, बल्कि साफ-सुथरा और संक्रमण मुक्त वातावरण भी मिलेगा। आधुनिक लिफ्ट, एयर-कंडीशंड वार्ड, ऑक्सीजन पाइपलाइन और मॉनिटरिंग सिस्टम से मरीजों की देखभाल और भी प्रभावी होगी।
पीएमसीएच का यह नया चरण बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। दशकों पुराने इस अस्पताल में बुनियादी ढांचे की कमी और भीड़ की समस्या लंबे समय से बनी हुई थी। नए भवन में मरीजों को व्यवस्थित और सुरक्षित तरीके से सेवाएं मिलेगी। इससे आपातकालीन सेवाओं में तेजी आएगी और अस्पताल की कार्यक्षमता में उल्लेखनीय सुधार होगा।
