पटना के लोगों का वर्षों पुराना सपना अब हकीकत बनने जा रहा है। कल से वह मेट्रो, जिसे अब तक पोस्टरों और परीक्षण दौर में देखा गया था, आम यात्रियों को लेकर पटरी पर दौड़ेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन करेंगे और साथ ही बेली रोड पर मेट्रो के भूमिगत निर्माण कार्य की नींव भी रखेंगे।
मेट्रो में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीएमआरएस (मेट्रो रेल सेफ्टी कमिश्नर) ने ट्रायल और तकनीकी जांच पूरी करने के बाद आवश्यक प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। दशहरा से ठीक पहले हुई विस्तृत समीक्षा में सिग्नलिंग सिस्टम, पटरियों की मजबूती, ब्रेकिंग और ट्रेन की गति सहित सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की गई, और रिपोर्ट में सभी मानकों की पूर्ति पाई गई।
उद्घाटन की तिथि 6 अक्टूबर तय की गई है, जब पहली मेट्रो सेवा चलने के साथ-साथ भूमिगत मार्ग के लिए शिलान्यास भी किया जाएगा। भूमिगत मार्ग बनने से शहर के व्यस्त मार्गों पर ट्रैफिक दबाव कम होगा और यात्रा और भी सुगम होगी।
यह मेट्रो सेवा पटना में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में बड़ा बदलाव लाने का काम करेगी। सड़क परिवहन पर बढ़ते दबाव, ट्रैफिक जाम और समय की हानि को देखते हुए, मेट्रो लोगों को समय की बचत के साथ-साथ बेहतर और स्वच्छ यात्रा सुविधा देगी।
पटना मेट्रो परियोजना की योजना की घोषणा हुए लगभग दस साल बीत चुके हैं। निर्माण में किन्हीं तकनीकी अड़चनों और समय विस्तारों का सामना करना पड़ा, लेकिन अब जब सुरक्षा मंजूरी मिल गई है और उद्घाटन नजदीक है, यह वह समय है जब यह सपना सच होने वाला है।
