कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने देशभर के लाखों पेंशनरों को राहत देने वाला महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब पेंशनरों को जीवन प्रमाणपत्र (Life Certificate) जमा करने के लिए केवल नवंबर महीने का इंतजार नहीं करना होगा। वे साल के किसी भी महीने में अपना प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं। यह बदलाव न केवल प्रशासनिक दृष्टि से सुविधाजनक है, बल्कि बुजुर्ग पेंशनरों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है।
अब तक ईपीएफओ के तहत आने वाले पेंशनरों को प्रत्येक वर्ष नवंबर महीने में ही जीवन प्रमाणपत्र जमा करना अनिवार्य था। इस नियम के कारण अक्सर वृद्ध पेंशनरों को लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता था, खासकर ठंड के मौसम में। ग्रामीण इलाकों या दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले पेंशनरों को बैंक या ईपीएफओ कार्यालय तक पहुंचना भी कठिन होता था। कई बार तकनीकी कारणों से प्रमाणपत्र समय पर जमा न हो पाने पर पेंशन भुगतान रुक जाता था।
ईपीएफओ पटना के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त हेमंत कुमार ने बताया कि संगठन ने पेंशनरों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यह नई व्यवस्था लागू की है। अब पेंशनर अपनी सुविधा अनुसार, किसी भी माह में जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं। जिस महीने में वे प्रमाणपत्र देंगे, अगले वर्ष उसी महीने में पुनः उन्हें जीवन प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होगा। उदाहरण के लिए, यदि कोई पेंशनर फरवरी 2025 में प्रमाणपत्र जमा करता है, तो उसे फरवरी 2026 में फिर से प्रमाणपत्र देना होगा। इस बदलाव से पेंशनरों को निश्चित समयसीमा के दबाव से मुक्ति मिलेगी और वे अपने स्वास्थ्य या परिस्थितियों के अनुसार प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे।
ईपीएफओ ने यह भी सुनिश्चित किया है कि पेंशनर चाहे तो जीवन प्रमाणपत्र डिजिटल रूप में Jeevan Pramaan Portal, Umang App, Common Service Centre (CSC) या Post Office के माध्यम से भी जमा कर सकते हैं। वहीं, जिन पेंशनरों को ऑनलाइन प्रक्रिया में कठिनाई होती है, उनके लिए पटना सहित सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में विशेष काउंटर खोले जाएंगे।
अक्तूबर माह के दौरान पटना क्षेत्रीय कार्यालय में भी विशेष सुविधा काउंटर संचालित रहेगा, जहां पेंशनर स्वयं उपस्थित होकर जीवन प्रमाणपत्र जमा कर सकते हैं।
इस निर्णय से न केवल पेंशनरों को सुविधा मिलेगी, बल्कि ईपीएफओ के कामकाज में भी पारदर्शिता और सुगमता बढ़ेगी। अब किसी एक महीने में भीड़ या तकनीकी समस्या का दबाव नहीं रहेगा। वरिष्ठ नागरिक अपने स्वास्थ्य और सुविधा के अनुसार प्रक्रिया पूरी कर पाएंगे।
