हमास द्वारा जारी एक कथित वीडियो ने दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। वीडियो में दिखाया गया है कि आठ लोगों को आंखों पर पट्टी बांधकर और हाथ पीछे बांधकर घुटनों के बल बैठाया गया, फिर उनके सिर में गोलियां मार दी गईं। यह पूरा दृश्य बेहद भयावह है और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वीडियो में आसपास मौजूद लोग “अल्लाह हू अकबर” के नारे लगाते सुने जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि मारे गए लोगों पर इज़रायल से संबंध रखने का आरोप था। हालांकि, इस दावे के समर्थन में कोई ठोस सबूत अब तक सामने नहीं आया है।
हमास ने अपने बयान में कहा कि ये सभी लोग “गद्दार” थे जिन्होंने इज़रायली सेना को जानकारी दी थी। लेकिन मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि बिना किसी न्यायिक प्रक्रिया के इस तरह की हत्याएं युद्ध अपराध की श्रेणी में आती हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना गाजा पट्टी पर हमास की पकड़ को और मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा हो सकती है। इज़रायल और हमास के बीच चल रही तनातनी के बीच यह वीडियो न केवल राजनीतिक बल्कि मानवीय दृष्टि से भी गहरा झटका माना जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि निर्दोष लोगों की हत्या किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है। संयुक्त राष्ट्र ने इस वीडियो की सत्यता की जांच की मांग की है।
गाजा में बढ़ते तनाव और युद्धविराम की असफल कोशिशों के बीच यह वीडियो एक बार फिर यह दिखाता है कि वहां की स्थिति कितनी भयावह और अस्थिर हो चुकी है।
