ऑस्ट्रेलिया के घने जंगलों और इंडोनेशिया के शांत द्वीपों में एक ऐसा पक्षी पाया जाता है, जो अपनी चपलता, सुंदरता और बुद्धिमानी से दुनिया को हैरत में डाल देता है। यह है “कॉकटू पैरट”, जिसे प्रकृति का सबसे नटखट, चंचल और संगीत प्रेमी पक्षी कहा जाता है। “कॉकटू पैरट” की खासियत सिर्फ उसकी आकर्षक काया नहीं, बल्कि उसकी नृत्य क्षमता और मानवीय भावनाओं को समझने की अद्भुत योग्यता भी है।
“कॉकटू पैरट” कॉकटू परिवार से संबंधित एक अत्यंत बुद्धिमान प्रजाति है। दुनिया के पक्षियों में यह अकेला ऐसा पक्षी माना जाता है जो संगीत की बीट पकड़कर नृत्य कर सकता है। यह न केवल किसी धुन पर थिरकता है, बल्कि अपने हिसाब से नए डांस मूव्स भी तैयार कर लेता है। शोध बताता है कि कॉकटू की समझ और ताल पकड़ने की क्षमता इंसानों के बराबर नहीं तो उसके काफी करीब जरूर है।
“कॉकटू पैरट” की कुल 21 प्रजातियाँ पाई जाती हैं। इनमें सबसे लोकप्रिय हैं सल्फर-क्रेस्टेड कॉकटू, जिसकी पीली कलगी उसे अलग पहचान देती है। ब्लैक कॉकटू, काले पंखों और शाही रूप वाला यह पक्षी बेहद दुर्लभ माना जाता है। रोजेला कॉकटू, गुलाबी रंग और शांत स्वभाव वाला होता है।
इसका आकार भी काफी बड़ा होता है। यह 30 से 70 सेंटीमीटर तक लंबा और लगभग 1 किलो वजन तक के होता है। जितना बड़ा यह दिखता है, उतना ही प्यारा और सामाजिक स्वभाव के होता है।
“कॉकटू पैरट” का सबसे आकर्षक हिस्सा है उसकी कलगी। यह ना केवल उसकी सुंदरता बढ़ाती है, बल्कि उसके मूड का संकेत भी देती है। खुश या उत्साहित होने पर, कलगी सीधी खड़ी हो जाती है। गुस्सा या डरने पर, यह फैल जाती है। इसी अनोखे अंदाज की वजह से “कॉकटू पैरट” को आसानी से पहचाना जा सकता है।
“कॉकटू पैरट” के पंख सफेद, गुलाबी या काले रंग के होता है। खास बात यह है कि इसकी आंखों के चारों ओर नीली रिंग होती है, जो इसे और भी आकर्षक बनाती है। इसका पंख मुलायम और चमकीला होता है, जिसे साफ-सुथरा रखने में काफी समय लगाता है।
“कॉकटू पैरट” बेहद सामाजिक और भावनात्मक पक्षी है। यह इंसानों के साथ मजबूत बंधन बनाने के लिए मशहूर है। यह मानव आवाज का नकल कर सकता है। विभिन्न ध्वनियों को सीख सकता है और अपने मालिक की भावनाओं को भी काफी हद तक समझ लेता है। शोध में पाया गया है कि यह पक्षी उदासी में चुप हो जाता है और खुश होने पर लगातार बोलते या नाचते रहता है।
“कॉकटू पैरट” सिर्फ एक पक्षी नहीं है, बल्कि एक जीवंत कलाकार है। यह नाचता है, गाता है, बात करता है और अपनी चंचल हरकतों से हर किसी का दिल जीत लेता है। प्रकृति ने इसे सुंदरता के साथ ऐसी बुद्धि भी दी है जो इसे पक्षियों की दुनिया में विशिष्ट बना देती है। इसलिए “कॉकटू पैरट” को rightly “जंगल का नाचने-गाने वाला उस्ताद” कहा जाता है।
