मानव तस्करी के खिलाफ सबसे बड़ा ऑपरेशन है - “क्राइम सीजन 3”

Jitendra Kumar Sinha
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ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दर्शकों की धड़कन बढ़ाने वाली लोकप्रिय वेब सीरीज़ ‘दिल्ली क्राइम’ एक बार फिर अपने तीसरे सीजन के साथ सामने आ गई है। यह सीरीज अपने यथार्थवादी चित्रण, दमदार अभिनय और सामाजिक मुद्दों पर सीधे प्रहार के लिए जानी जाती है। शेफाली शाह एक बार फिर निडर और सख़्त डीआईजी वर्तिका चतुर्वेदी के किरदार में लौट रही हैं, और इस बार उन्हें सामना करना है एक अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी गिरोह से।

सीजन 3 की कहानी दिल्ली पुलिस की एक ऐसी चुनौती के इर्द-गिर्द घूमती है जो न केवल स्थानीय अपराधियों तक सीमित है बल्कि इसका नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैला हुआ है। यह मामला सिर्फ एक अपराध का नहीं है बल्कि संगठित अपराध की जटिल परतों से जुड़ा हुआ है, जिसमें लड़कियों की तस्करी, ट्रांजिट रूट्स, और विदेशी एजेंटों की भूमिका शामिल है।

डीआईजी वर्तिका अपनी टीम के साथ इस खतरनाक रैकेट को पकड़ने निकलती हैं। इस दौरान उन्हें राजनीतिक दबाव, सिस्टम की खामियाँ और अपराधियों की चतुराई, सबसे जूझना पड़ता है।

इस बार कहानी में एक ट्विस्ट यह है कि इसमें हुमा कुरैशी लेडी विलन के किरदार में नजर आ रही हैं। उनके किरदार को रहस्यमयी, तेज-तर्रार और बेहद खतरनाक दिखाया गया है। वह मानव तस्करी के इस पूरे नेटवर्क की मास्टरमाइंड के रूप में दिखाई देती हैं। उनकी एंट्री सीरीज को और भी रोमांचक बना देती है।

सीरीज 3 की जान हमेशा से इसकी कास्ट रही है, और इस बार भी कोई कमी नहीं छोड़ी गई है। शेफाली शाह ने वर्तिका के रूप में दमदार उपस्थिति दर्ज की है। रसिका दुग्गल ने नीरज कौर के शांत लेकिन प्रभावशाली किरदार में रही है। राजेश तैलंग ने इंस्पेक्टर भारद्वाज के रूप में सधे हुए अभिनय के साथ दिखे हैं। सयानी गुप्ता, अंशुमान पुष्कर जैसे कलाकार कहानी को और मजबूती दी है। इन सभी के अभिनय से सीरीज के हर दृश्य में वास्तविकता का एहसास होता है।

इसके पहले सीजन ने 2012 के निर्भया कांड के बाद दिल्ली पुलिस की चुनौतियों को बेहद संवेदनशील ढंग से दिखाया था। दूसरा सीजन चड्डी-बनियान गैंग की कहानी पर आधारित था। दोनों सीजन ने न सिर्फ आलोचकों की सराहना हासिल की बल्कि दर्शकों के दिल में भी गहरी छाप छोड़ी।

सीजन 3 इन दोनों की ही तरह समाज में मौजूद एक बड़े लेकिन अक्सर अनदेखे अपराध “मानव तस्करी” को अपने केंद्र में रखा है।

निर्देशक रिची मेहता इस बार भी अपनी सिग्नेचर स्टाइल में एक डॉक्यूमेंटरी जैसी सच्चाई से भरी, डार्क और रियलिस्टिक दुनिया दिखाते हैं। लो-लाइट शूटिंग, हाथ से पकड़ा कैमरा, और डायनेमिक बैकग्राउंड साउंड सीरीज को और तीव्र बना देता है।

दिल्ली क्राइम सीजन 3 न सिर्फ एक क्राइम ड्रामा है, बल्कि एक सच्चाई है, जो समाज की छिपी दरारों को उजागर करती है। दमदार कहानी, गहरा संदेश, और अद्भुत अभिनय इसे ओटीटी की सबसे दमदार वापसी बनाता है। 



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