आज Ram Janmabhoomi Mandir, Ayodhya में एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज हुआ, जब प्रधानमंत्री Narendra Modi ने विधिवत 161 फीट ऊँचे मंदिर के शिखर पर केसरिया-ध्वज अर्थात् ‘धर्मध्वज’ आरोहित किया। उन्होंने “आज पूरा विश्व राममय हो गया है” कहकर इस कार्यक्रम को एक नई सुबह बताया।
सुबह प्रधानमंत्री का रोड-शो हुआ जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु “जय श्री राम” के नारों के साथ उपस्थित रहे। इसके बाद उन्होंने मंदिर परिसर में विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना की — जैसे कि Mata Annapurna Mandir एवं Sheshavtar Mandir — और फिर मुख्य शिखर पर ध्वज फहराने का कार्यक्रम संपन्न हुआ।
इस धर्मध्वज पर सूर्य, ॐ और एक वृक्ष सहित अनेक प्रतीक अंकित हैं, जो सनातन संस्कृति, सूर्यवंश और जीवन-वृक्ष की ओर संकेत करते हैं। कार्यक्रम के शुभ मुहूर्त दोपहर 11 :58 बजे से 12 :30 बजे के बीच निर्धारित थे, ध्वज की लंबाई लगभग 22 फीट एवं चौड़ाई 11 फीट बताई गयी।
त्रिभुवन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के तहत शहर को हाई-सिक्योरिटी ज़ोन घोषित किया गया था, जिसमें हजारों जवान तथा ड्रोन-निगरानी शामिल थी। इस आयोजन को 500 वर्ष से अधिक समय से चली आ रही प्रतीक्षा, संघर्ष व आस्था का परिणाम माना जा रहा है — जहाँ अब उस प्रतीक्षा को पूर्णाहुति मिली है।
यह क्षण न केवल मंदिर की आध्यात्मिक उत्कर्ष का प्रतीक है बल्कि यह उस सांस्कृतिक, सामाजिक एवं राजनैतिक सापेक्षता का भी प्रतिबिंब है, जिसमें एक विरासत-भूमि अपने नए रूप में विश्वपटल पर उभर रही है।
