दिल्ली में हुए धमाके को लेकर जांच एजेंसियों ने शुरुआती तौर पर इसे संभावित आत्मघाती हमले की आशंका से जोड़ा है। यह धमाका जिस i20 कार में हुआ, उसका लिंक हरियाणा के फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ता दिखाई दे रहा है। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में डॉ. उमर मोहम्मद नामक व्यक्ति मुख्य संदिग्ध बताया जा रहा है, जो पहले भी संदिग्ध गतिविधियों में शामिल रहा है।
धमाका दिल्ली के व्यस्त इलाके में हुआ, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। जांच में पाया गया कि कार में विस्फोटक सामग्री बड़ी मात्रा में थी और धमाका इतना शक्तिशाली था कि कार पूरी तरह जल गई। यह शक जताया जा रहा है कि विस्फोट करने वाला व्यक्ति कार के अंदर ही मौजूद था, जिससे यह आत्मघाती हमला प्रतीत होता है।
एजेंसियों को घटनास्थल से डीएनए सैंपल, जले हुए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और विस्फोटक अवशेष मिले हैं। फोरेंसिक टीमें इन सभी नमूनों की जांच कर रही हैं। सुरक्षाबलों ने आस-पास के इलाकों से सीसीटीवी फुटेज भी जब्त की हैं ताकि कार के मूवमेंट और संदिग्ध व्यक्ति की पहचान की जा सके।
खुफिया सूत्रों का कहना है कि यह हमला किसी संगठित नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है, जिसका सिरा फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है। इस मॉड्यूल का नेतृत्व कथित तौर पर डॉ. उमर मोहम्मद कर रहा था, जो एक रैडिकल थिंक टैंक से प्रभावित था और पिछले कुछ महीनों से गायब था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संयुक्त रूप से जांच शुरू कर दी है। आसपास के राज्यों में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश में हैं कि क्या धमाके के पीछे कोई बड़ा आतंकी षड्यंत्र छिपा है या यह किसी स्थानीय स्तर का हमला था।
फिलहाल, अधिकारियों का कहना है कि “सबूत इस दिशा में इशारा कर रहे हैं कि यह एक प्री-प्लांड सुसाइड मिशन था।” देश की राजधानी में इस तरह का हमला सुरक्षा तंत्र के लिए गंभीर चुनौती माना जा रहा है, और जांच एजेंसियां किसी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले सभी तकनीकी और फोरेंसिक पहलुओं की गहराई से जाँच कर रही हैं।
