केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लालू प्रसाद यादव एवं तेजस्वी प्रसाद यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह “उनका आंतरिक मामला” हो सकता है, लेकिन रोहिणी आचार्य द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के संदर्भ में संबंधित लोगों को शर्म आनी चाहिए। मांझी ने तेजस्वी के चुनावी वादों को भी मजाकिया करार दिया है।
मांझी ने संवाददाताओं से कहा, “हमें इसमें क्या कहना है, यह उनका आंतरिक मामला है। जहां तक विधायक दल के नेता का सवाल है, उसे 5-10 लोग चुनेंगे। तो यह सच है कि लालू जी तेजस्वी का समर्थन कर रहे हैं। हालांकि, तेजस्वी ने एक घिनौना अपराध किया है। जिस तरह से रोहिणी आचार्य ने चीजों को उजागर किया है, इन लोगों को शर्म आनी चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि अब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की ‘गलत हरकतें’ उनके अपने घर में उजागर हो रही हैं और उनका मानना है कि उनके पतन का समय आ गया है। उन्होंने कहा, “हम बहुत पहले से कह रहे थे, जब उन्होंने कहा कि वे इतनी नौकरियां देंगे। हमने कहा था कि वे बड़बड़ा रहे हैं। कोई भी शांत दिमाग वाला व्यक्ति ऐसी बात नहीं कह सकता।”
रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि वह परिवार के भीतर अपमान, दुर्व्यवहार और धमकियों का शिकार रही हैं और इसी के बाद उन्होंने राजनीतिक घटनाक्रम से दूर रहने का निर्णय लिया है।
मांझी ने बिहार की जनता, खासकर महिलाओं और युवाओं को धन्यवाद भी दिया है कि उन्होंने भारी संख्या में मतदान कर नीतीश कुमार एवं नरेंद्र मोदी के काम को आगे बढ़ाने के प्रति अपना समर्थन दिखाया।
