बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच राजद परिवार में एक बार फिर राजनीतिक समीकरणों पर चर्चा तेज हो गई है। तेज प्रताप यादव के महुआ सीट से चुनाव लड़ने को लेकर पार्टी के अंदर और बाहर दोनों जगह हलचल है। इसी बीच लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने अपने छोटे भाई तेज प्रताप के लिए शुभकामनाएं दी हैं, लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि “अब फैसला महुआ के मतदाता करेंगे कि वे किसे अपना प्रतिनिधि चुनना चाहते हैं।”
मीसा भारती ने मीडिया से बातचीत में कहा कि तेज प्रताप यादव ने हमेशा जनता की सेवा की है, और अगर वे चुनाव लड़ रहे हैं तो जनता ही उनकी असली ताकत है। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में अंतिम निर्णय मतदाता का होता है, इसलिए हमें उनके फैसले का सम्मान करना चाहिए। उनके इस बयान को राजनीतिक पर्यवेक्षक इस रूप में देख रहे हैं कि वह परिवार में किसी तरह के मतभेद या गुटबाजी के संकेतों को शांत करने की कोशिश कर रही हैं।
राजद के अंदर लंबे समय से यह चर्चा चल रही थी कि क्या तेज प्रताप यादव को इस बार महुआ से टिकट मिलेगा या नहीं, क्योंकि पिछले चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन और उनके विवादित बयानों ने कई बार पार्टी नेतृत्व को असहज स्थिति में डाल दिया था। मगर अब मीसा भारती का यह बयान यह संकेत देता है कि पार्टी तेज प्रताप को लेकर किसी बड़े टकराव से बचना चाहती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मीसा भारती का यह संतुलित बयान एक तरह का “सेफ डिस्टेंस” बनाए रखने की रणनीति है, जिसमें उन्होंने न तो तेज प्रताप का खुलकर समर्थन किया और न ही किसी तरह का विरोध। उन्होंने बात को जनता के निर्णय पर छोड़कर राजद परिवार में एकता का संदेश देने की कोशिश की है।
महुआ सीट पर तेज प्रताप यादव की उम्मीदवारी को लेकर स्थानीय स्तर पर भी अलग-अलग मत हैं। कुछ लोग उन्हें “जनता का बेटा” कहकर समर्थन दे रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि इस बार विकास और मुद्दों के आधार पर वोट होगा, न कि परिवारवाद के नाम पर। कुल मिलाकर, मीसा भारती का यह बयान इस चुनावी माहौल में राजद परिवार के अंदर चल रही राजनीतिक बारीकियों को काफी हद तक उजागर करता है।
