अमेरिका के केंटकी राज्य में लुइसविल मोहम्मद अली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास मंगलवार शाम एक भीषण विमान दुर्घटना हुई। UPS एयरलाइंस का कार्गो विमान उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान एक मैकडॉनेल डगलस एमडी-11 मॉडल था, जो UPS का फ्लाइट 2976 नंबर का मालवाहक विमान बताया गया। विमान में तीन क्रू सदस्य सवार थे, जिनकी मौत हो चुकी है। हादसे में आसपास के इलाके के कम से कम 11 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
दुर्घटना के तुरंत बाद एयरपोर्ट और उसके आसपास के इलाके में अफरातफरी मच गई। चश्मदीदों ने बताया कि विमान ने उड़ान भरते ही अचानक तेज झटका लिया, फिर नीचे आते समय उसके एक पंख में आग लग गई। कुछ ही सेकंडों में विमान तेजी से जमीन की ओर गिरा और एक औद्योगिक क्षेत्र में टकराते ही जोरदार धमाका हुआ। देखते ही देखते पूरा क्षेत्र आग और धुएं से भर गया। फायर ब्रिगेड और राहत दलों को मौके पर पहुंचने में करीब 20 मिनट लगे।
स्थानीय प्रशासन ने एयरपोर्ट के आसपास पांच मील के दायरे में “शेल्टर इन प्लेस” आदेश जारी कर दिया, यानी लोगों को अपने घरों या इमारतों के अंदर ही रहने का निर्देश दिया गया। एयरपोर्ट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया और सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं। हादसे के बाद UPS ने एक बयान जारी कर कहा कि कंपनी अपने कर्मचारियों की मौत से गहराई से दुखी है और पूरी तरह जांच में सहयोग करेगी।
यह विमान करीब 34 साल पुराना था और UPS के मुख्य हब लुइसविल एयरपोर्ट से नियमित रूप से उड़ान भरता था। दुर्घटना के वास्तविक कारणों की जांच नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) और फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) कर रहे हैं। शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, तकनीकी खराबी या यांत्रिक विफलता की आशंका जताई जा रही है, हालांकि पायलट की ओर से कोई “डिस्ट्रेस कॉल” रिकॉर्ड नहीं हुई।
फिलहाल मलबे से तीनों क्रू सदस्यों के शव बरामद कर लिए गए हैं और आसपास के इलाके की सुरक्षा जांच जारी है। जांच अधिकारी विमान के ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को बरामद करने की कोशिश में जुटे हैं ताकि दुर्घटना के कारणों का सटीक पता लगाया जा सके। यह हादसा UPS के इतिहास में सबसे भयावह कार्गो विमान दुर्घटनाओं में से एक माना जा रहा है।
