प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना रोड शो को लेकर राजधानी में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं। प्रशासन ने इसे अब तक का सबसे हाई-सिक्योरिटी रोड शो बताया है। रविवार शाम होने वाले इस कार्यक्रम के लिए पूरा पटना सुरक्षा घेरे में तब्दील कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री के रोड शो के रूट पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। पूरे रास्ते में डबल बैरिकेडिंग लगाई गई है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और किसी भी अनधिकृत व्यक्ति की एंट्री न हो सके। इसके साथ ही पूरा इलाका “नो-ड्रोन ज़ोन” घोषित कर दिया गया है — यानी इस इलाके में किसी को भी ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं होगी।
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक एसपीजी, पुलिस और अर्धसैनिक बलों की टीमें तैनात की गई हैं। रास्ते में हर 50 मीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और कंट्रोल रूम से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। प्रधानमंत्री के रोड शो मार्ग पर स्नाइपर्स, बम डिस्पोज़ल स्क्वॉड और एंटी-टेरर यूनिट भी तैनात रहेंगे।
इसके अलावा पीएमसीएच, आईजीआईएमएस और एम्स पटना जैसे प्रमुख अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मेडिकल टीम और एम्बुलेंस पूरे रूट पर तैनात रहेंगी ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सके।
ट्रैफिक विभाग ने रोड शो से जुड़े इलाकों में कई रूट डायवर्जन लागू किए हैं। भारी वाहनों को शहर की सीमा से दूर रोक दिया गया है और आम वाहनों की आवाजाही के लिए वैकल्पिक रूट तय किए गए हैं।
प्रशासन के अनुसार प्रधानमंत्री का रोड शो गांधी मैदान से शुरू होकर डाकबंगला चौराहा, फ्रेज़र रोड, जीपीओ गोलंबर और आयकर भवन होते हुए समाप्त होगा। शाम तक पूरे क्षेत्र में ड्रोन, आतिशबाज़ी या किसी भी प्रकार की हवाई गतिविधि पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।
कुल मिलाकर, पटना इस समय एक किले में तब्दील है। यह आयोजन न केवल सुरक्षा एजेंसियों की क्षमता की परीक्षा है, बल्कि बिहार चुनावों के माहौल में राजनीतिक ऊर्जा और जनसमर्थन के प्रदर्शन का बड़ा मंच भी बन गया है।
