कुछ पौधे नकारात्मक और कुछ पौधे सकारात्मक ऊर्जा देती है

Jitendra Kumar Sinha
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आजकल की व्यस्त जिन्दगी में हमलोग हर वह चीज करना चाहते हैं, जिससे हमें सुकून के कुछ पल मिल सके, जबकि खुद का घर, एक ऐसी जगह है, जहां हमलोग अच्छा महसूस करते हैं। लेकिन हमलोग चाहते हैं कि हमारा घर एकदम खूबसूरत दिखे और खूबसूरत दिखने के साथ-साथ घर में सकारात्मक ऊर्जा भी रहे।

यह सही है कि घर में सकारात्मक ऊर्जा बहुत मायने रखती है। माने या ना माने घर में कुछ हरे-भरे पेड़-पौधे रहने पर घर खूबसूरत लगता है। लेकिन बहुत से ऐसे पेड़-पौधे भी होते हैं जो घर में नकारात्मक ऊर्जा देती है तो कई पेड़-पौधे सकारात्मक ऊर्जा देती है। घर में सकारात्मक ऊर्जा देने वाली पेड़-पौधे लगाने से घर में रहने वाले लोगों के सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है और व्यक्ति की सोंच पर सकारात्मक असर पड़ता है। वहीं नकारात्मक ऊर्जा वाली पेड़-पौधे लगाने से सकारात्मक ऊर्जा को बदला देता है। इसीलिए घर में ऐसे पेड़-पौधे लगाने चाहिए जो सकारात्मक ऊर्जा (पॉजिटिव एनर्जी) बनाए रखें और सेहत के लिए भी फायदेमंद हो। आजकल लोगों को घर में पेड़-पौधा लगाना उनकी पहली पसंद बनता जा रहा है।

पौधे लगाने से एक तरफ हरियाली का एहसास होता है तो दूसरी तरफ पर्यावरण प्रदूषण दूर करने में सहायता का एहसान भी महसूस होता है। घर निर्माण से लेकर सजावट तक लोग वास्तु शास्त्र का सहारा ले रहे है। कई लोग अपने यहां लगाये जाने वाले पौधे और गमला रखने की दिशा तक जानकारी वास्तुविज्ञ से लेने के बाद ही पौधे लगाते हैं या गमला रखते है। लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोग नकारात्मक पौधे को घर में लगा लेते है जो घर के सकारात्मक ऊर्जा को नष्ट कर देता है। 

सर्वविदित है कि अच्छे भाग्य के लिए घर में तुलसी पौधा और धन लक्ष्मी के लिए मनी प्लांट जैसे पौधों को तरजीह देते हैं। यह दोनों पौधा बेहद खूबसूरत तो लगता ही है साथ ही उसका धार्मिक और औषधीय महत्व भी बहुत है। सनातन धर्म में कहा गया है कि जिस घर में प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा होती है वहां से देवी लक्ष्मी, उस घर को छोड़कर कहीं नहीं जाती। वहां सदैव सुख-समृधि बनी रहती है। वहीं, पीपल को पूजनीय वृक्ष माना गया है। इसकी पूजा करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है, साथ ही भगवान विष्णु की कृपा भी प्राप्त होती है। नीम की पूजा करने से कुंडली के सभी दोष दूर होते हैं और रोगों से छुटकारा भी मिलता है। परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। बरगद (बड़ या वट) वृक्ष की पूजा करने से महिलाओं का सौभाग्य अखंड रहता हैं और संतान संबंधी समस्याएं भी दूर होती है। यह बहुत ही पवित्र पेड़ है। बिल्व (बेल) पेड़ के पत्ते और फल भगवान शिव को अर्पित किए जाते हैं। इसकी पूजा से नौकरी में प्रमोशन के योग बनते हैं और अकाल मृत्यु से रक्षा होती हैं। अशोक वृक्ष की पूजा करने से सभी प्रकार के रोग-शोक दूर होते हैं और पारिवारिक जीवन सुखी होता है। किसी विशेष कामना पूर्ति के लिए भी इसकी पूजा की जाती है। केला के पौधे को पूजा करने से जिन लोगों की कुंडली में गुरु संबंधित दोष होते हैं, उन्हें लाभ होता है। इसकी पूजा से विवाह के योग भी शीघ्र बनते हैं। शमी के पेड़ की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय मिलती हैं और कोर्ट केस में सफलता मिलने के योग बनते हैं। दशहरे पर इसकी विशेष पूजा की जाती है। इस प्रकार के पेड़ पौधे को गमाल में या मकान के हाता (कैंपस) में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा मिलता है।

नकारात्मक ऊर्जा वाले पौधों को घर में या हाता (कैंपस) में कदापि नहीं लगाना चाहिए। नकारात्मक ऊर्जा देने वालों में मेहंदी के पौधे, इमली के पौधे, बोनसाई के पौधे, बबूल के पौधे, कैक्टस के पौधे, खजूर के पौधे, नींबू और आंवले के पौधे (पेड़) कदापि नहीं लगाना चाहिए। इनमें से किसी एक ही पौधा घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार घर में होने लगता है और घर में तंगहाली बढ़ना शुरू हो जाता है। घर के सदस्यों के बीच मनमुटाव, आपसी कलह, घर परिवार की तरक्की, आर्थिक तौर से कमजोर होना भी प्रभावित होती है। जबकि मेहंदी के पौधे को लोगों के घरों में लगा हुआ अक्सर देखे जाते है। लोगों की धारणा है कि इसके पत्ते को पीसकर हाथों में और बालों में लगाते है तथा औषधि के रूप में इस्तेमाल होता है इसलिए यह शुभ है, लेकिन वास्तु के अनुसार यह पौधा घर में लगाना पूरी तरह निषेध है।

बोनसाई के पौधे को आजकल घरों में लगाने का फैशन चल रहा है, क्योंकि यह पौधा देखने में खूबसूरत लगते है। लेकिन यह पौधा जिस घर में लगता है उस घर का विकास रुक जाता है। धन क्षय होने लगता है। परिजनों से संबंध में खटास आने लगता है। भाग्य - किस्मत बिगड़ने लगता है। कहा गया है कि जिस पौधों से दूध निकलता हो उसे घर में नहीं लगाना चाहिए। इमली का पौधा घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार घर में होने लगता है। जिस तरह वास्तु शास्त्र में बोनसाई के पौधे को लगाने के लिए मना किया जाता है उसी प्रकार शास्त्र घर में इमली का पौधा लगाने को मना करता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस जमीन पर इमली का पौधा लगा हो वहां पर घर नहीं बनाना चाहिए।

बबूल का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर होता है और इसी गुणों के चलते लोग अपने घरों में बहुतायदाद में लगाते है, इसमें किसी तरह का कोई संदेह नहीं है, लेकिन वास्तु शास्त्र का कहना है कि बबूल का पौधा घर, परिवार, समाज में विवादों को जन्म देता है, इसलिए घर में नहीं लगाना चाहिए। जिस घर में इस पौधे को लगाया जाता है उस घर में हमेशा विवादास्पद स्थितियाँ पैदा होती है। कैक्टस के पौधे के संबंध में मान्यता है कि इस पौधे को लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में दुर्भाग्य शुरू हो जाता है।  वास्तु शास्त्र के अनुसार घर या घर के आसपास किसी भी तरह के कांटेदार पौधे लगाने से बचना चाहिए। इसलिए कैक्टस का पौधा नहीं लगाना चाहिए।

खजूर के पौधे सर्दियों के दिनों में बहुतायदाद में इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इसके फल को फल सामग्री के रूप में लोग इस्तेमाल करते है। इससे नीर भी निकाला जाता है जिसका लोग सेवन करते है, लेकिन इसका पौधा घर में लगाने से परिवार की किस्मत खराब हो जाती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में खजूर का पेड़ लगाने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही आर्थिक तौर पर परिवार पिछड़ने लगता है। नींबू और आंवले का पेड़ प्रायः लोग अपने घर या गार्डन में लगाते है, परन्तु वास्तु शास्त्र के अनुसार, इन्हें शुभ नहीं माना गया है। यदि घर या घर के बाहर नींबू या आंवले का पेड़ लगा हो तो उसे शीघ्र हटा देना चाहिए, क्योंकि इनके मौजूद रहने से घर में क्लेश बढ़ता है और तनाव की स्थिति निर्मित होती है।

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