जीरो लाइन के पास पहली बार पाकिस्तान ने रेल सेवा शुरू की है। 09 फरवरी को पहली रेल फेरा लगाया, और 100 से अधिक यात्रियों ने जीरो लाइन के पास आकर भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा देखा है। बीएसएफ इस रेल के आने जाने पर पूरी चौकसी बनाए हुए है। सुरक्षा को लेकर भारत पूरी तरह निगरानी कर रहा है।
भारत के एतराज के बावजूद पाकिस्तान खोखरापार (जो वर्तमान में मोरवी है) में रेलवे स्टेशन तक पर्यटन रेल सेवा शुरू किया है और इसका पहला फेरा 09 फरवरी को लगाया है। पाकिस्तान इसे थारपारकर इलाके के पर्यटन विकास की योजना बताकर प्रसारित कर रहा है।
भारत और पाकिस्तान के बीच 2006 में थार एक्सप्रेस रेल सेवा शुरू हुई थी। इससे पहले दोनों देशों ने रेलवे स्टेशन निर्माण प्रारंभ किया था। भारत ने नियमों के तहत जीरो लाइन से एक किलोमीटर दूर मुनाबाव में रेलवे स्टेशन बनाया था, लेकिन पाकिस्तान ने खोखरापारा में (जो वर्तमान में मोरवी है) जीरो लाइन के पास स्टेशन का निर्माण 2005 में छपड़नुमा रेलवे स्टेशन का निर्माण किया। भारत ने एतराज किया, लेकिन पाकिस्तान ने कोई कार्रवाई नहीं की। थार एक्सप्रेस रेल सेवा वर्ष 2019 में बंद हो गई थी और दोनों देशों ने रेलवे स्टेशन भी बंद कर दिए थे।
पाकिस्तान ने कराची से दो दिन के लिए चलने वाली रेल सेवा का, अंतिम स्टेशन मोरवी स्टेशन है। पाकिस्तान सिंध डेजर्ट सफारी नाम से रेल सेवा शुरू की है। भारत में यह इलाका सुरछा के दृष्टिकोण से प्रतिबंधित है। यहां स्थानीय लोगों को छोड़कर कोई भी व्यक्ति को बगैर इजाजत के जाने पर रोक है।
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