बिहार की राजनीति में हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे, निशांत कुमार, की संभावित राजनीतिक प्रवेश को लेकर चर्चाएँ तेज़ हो गई हैं। इस संदर्भ में, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि कुछ लोग, विशेषकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े लोग, नहीं चाहते कि निशांत राजनीति में प्रवेश करें। उन्होंने यह भी कहा कि निशांत उनके छोटे भाई जैसे हैं। तेजस्वी ने दावा किया कि यदि निशांत राजनीति में आते हैं, तो जनता दल (यूनाइटेड) [जदयू] को बचाया जा सकता है।
इसके अलावा, तेजस्वी यादव ने आगामी 2025 के विधानसभा चुनावों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, या कोई और आए, बिहार की जनता अब जागरूक हो चुकी है। उन्होंने जनता से एक मौका देने की अपील की और कहा कि उनके पास विज़न और कारण दोनों हैं।
इससे पहले, फरवरी 2025 में, तेजस्वी यादव ने निशांत कुमार के राजनीति में आने की संभावनाओं पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि यदि निशांत राजनीति में आते हैं, तो यह अच्छी बात है, और उन्होंने उनका स्वागत किया था। तेजस्वी ने यह भी उल्लेख किया था कि जदयू पार्टी के संस्थापक शरद यादव थे, लेकिन अब दूसरी विचारधारा के लोग इस पार्टी को हाइजैक करना चाहते हैं, इसलिए निशांत का आना उचित होगा।
बिहार की राजनीति में इन घटनाओं ने नए समीकरणों को जन्म दिया है, और आगामी चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि ये घटनाएँ किस दिशा में मोड़ लेंगी।