समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी द्वारा मुगल शासक औरंगजेब की प्रशंसा करने पर महाराष्ट्र की राजनीति में विवाद उत्पन्न हो गया है। आजमी ने कहा था कि औरंगजेब के शासनकाल में भारत की सीमाएँ अफगानिस्तान और बर्मा तक फैली थीं, और उस समय भारत की जीडीपी विश्व की 24% थी, जिससे भारत को 'सोने की चिड़िया' कहा जाता था।
इस बयान के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आजमी की आलोचना करते हुए उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की। शिंदे ने कहा कि औरंगजेब ने छत्रपति संभाजी महाराज पर क्रूर अत्याचार किए थे, इसलिए ऐसे शासक की प्रशंसा करना अस्वीकार्य है।
शिवसेना (शिंदे गुट) के सदस्यों ने मुंबई और ठाणे में आजमी के खिलाफ पुलिस शिकायतें दर्ज कराईं, जिसके परिणामस्वरूप ठाणे के वागले एस्टेट पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
बढ़ते विरोध के बीच, महाराष्ट्र विधानसभा ने अबू आजमी को मौजूदा सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, भाजपा, एनसीपी और शिवसेना के नेताओं ने विधानसभा के बाहर आजमी के बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया।
विवाद बढ़ने पर अबू आजमी ने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या किसी महापुरुष के खिलाफ कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है। फिर भी, यदि किसी को उनकी टिप्पणी से ठेस पहुंची है, तो वे अपनी टिप्पणियाँ वापस लेते हैं।
यह विवाद दर्शाता है कि ऐतिहासिक व्यक्तित्वों की व्याख्या आज भी संवेदनशील मुद्दा है, जो राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाओं को प्रभावित करता है।