पटना जिला प्रशासन ने शहर में बढ़ते यातायात जाम की समस्या को हल करने के लिए ऑटो रिक्शा के रूट्स को तीन जोन में विभाजित किया है। यह नई व्यवस्था 1 अप्रैल से लागू होगी।
तीन जोन में बंटे रूट्स:
- ग्रीन जोन: इस जोन में ऑटो रिक्शा को उन क्षेत्रों में चलने की अनुमति होगी, जहां ट्रैफिक का दबाव कम होता है।
- येलो जोन: यह जोन मध्यम ट्रैफिक वाले इलाकों के लिए होगा, जहां ऑटो रिक्शा को सीमित संख्या में चलने की अनुमति दी जाएगी।
- ब्लू जोन: यह जोन हाई-ट्रैफिक इलाकों के लिए है, जहां ई-रिक्शा को प्राथमिकता दी जाएगी और पारंपरिक ऑटो रिक्शा की संख्या सीमित होगी।
ई-रिक्शा को मिलेगी प्राथमिकता
पटना प्रशासन ने ई-रिक्शा को बढ़ावा देने के लिए ब्लू जोन में केवल ई-रिक्शा को चलने की अनुमति दी है। इससे प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाया जा सकेगा।
ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या को खत्म करना है। प्रशासन का मानना है कि इस व्यवस्था से ऑटो रिक्शा के अनियमित संचालन पर नियंत्रण मिलेगा और सड़कों पर भीड़भाड़ कम होगी।
यात्रियों को होगी सहूलियत
यात्रियों को अब अपने गंतव्य तक पहुंचने में आसानी होगी, क्योंकि ऑटो और ई-रिक्शा निर्धारित रूट पर ही चलेंगे। इससे समय की बचत होगी और किराए में भी पारदर्शिता आएगी।
प्रशासन की अपील
पटना प्रशासन ने सभी ऑटो और ई-रिक्शा चालकों से इस नई व्यवस्था का पालन करने की अपील की है। यदि कोई चालक निर्धारित रूट से बाहर जाकर सवारी करता है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह नई व्यवस्था 1 अप्रैल से लागू होगी और प्रशासन को उम्मीद है कि इससे पटना की यातायात व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव आएगा।