बॉडी बनाने के लिए फूड सप्लीमेंट्स का सेवन, किडनी की सेहत को नुकसान

Jitendra Kumar Sinha
0




बॉडी बनाने की चाहत में लोग, कई तरह की तरीके अपना रहे हैं, उसी में एक है जिम जाना और फूड सप्लीमेंट का सेवन। लोग अपनी बॉडी जल्द हेल्दी दिखे इसके लिए जिम में जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज करना और फूड सप्लीमेंट का सेवन करना शुरू कर देते हैं। जबकि, फूड सप्लीमेंट सेहत को बनाने के बजाय, सेहत को खराब कर रहा है। क्योंकि फूड सप्लीमेंट का सीधा असर किडनी पर पड़ता है। इसके साथ ही अधिक पेन किलर का इस्तेमाल करने से डायबिटीज और रक्तचाप (बल्डप्रेसर) भी अनियंत्रित हो जाता है और लोगों को सेहत के चक्कर में किडनी रोगी बना रहा है। 


बिहार के पटना स्थित पीएमसीएच, आइजी आइएमएस, एनएमसीएच और पटना एम्स के नेफ्रोलॉजी विभाग में इस तरह के रोजाना केस आ रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि नौबत तो यहां तक पहुंच रहा है कि डायलिसिस के बाद ट्रांसप्लांट भी कराना पड़ रहा है। पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और पटना एम्स के किडनी रोग विभाग में फूड सप्लीमेंट के दुष्परिणाम से पीड़ित होकर बीते एक साल में इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या 90 है, जिसमें आइजीआइएमएस में 40, पीएमसीएच में 30 और एम्स में 20 है।


पटना सहित पूरे बिहार में किडनी ट्रांसप्लांट दो अस्पताल में ही होता है।वह है आइजीआइएमएस और पटना एम्स। ऐसी स्थिति में इन दोनों अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए वेटिंग रहती है। आइजीआइएमएस में अब तक 158 मरीजों की किडनी ट्रांसप्लांट हो चुका है, जबकि पटना एम्स में दो मरीजों की किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है।


आइजीआइएमएस नेफ्रोलॉजी विभाग का माने तो फूड सप्लीमेंट में तमाम तरह के मिलावटी पदार्थ होते हैं, जो शरीर के साथ किडनी की सेहत को बिगाड़ देते है. फूड सप्लीमेंट की वजह से सबसे ज्यादा युवाओं की किडनी खराब हो रही है, जिसमें उम्र 15 से 30 वर्ष के अधिक मरीज होते हैं। वहीं, पीएमसीएच किडनी रोग विभाग का कहना है कि फूड सप्लीमेंट के सेवन से जिम और अन्य खिलाड़ियों को बचने की जरूरत है।

——————-


एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top